वाराणसी, 31 दिसंबर 2024, मंगलवार। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री संगठन मिलिंद परांडे ने काशी में प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए बताया कि महाकुम्भ का पर्व समस्त हिन्दू समाज की आस्था का प्रकटीकरण है। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में महाकुम्भ के विश्व हिंदू परिषद शिविर में 13 जनवरी से 28 फरवरी तक संगठन की गतिविधियाँ संचालित होंगी। इस दौरान पूरे देश के 150 संप्रदायों के धर्मगुरु पूज्य संत शामिल होंगे। केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल की बैठक में कुटुम्ब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, मतांतरण, हिंदू जन्म दर घटती व हिंदू जन्म दर पर चर्चा और मार्गदर्शन प्राप्त होगा। इसके अलावा शिविर में संत युवा सम्मेलन, साध्वी संत सम्मेलन का आयोजन होगा।
मिलिंद परांडे ने प्रयागराज में होने वाले कुंभ स्नान के अवसर पर एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भारत के दक्षिण हिस्से से बड़ी संख्या में संत आचार्य गंगा स्नान के लिए पधारेंगे, साथ ही उत्तर पूर्व प्रांत से भी बड़ी संख्या में संतों का आगमन होगा। इसके अलावा, देश-विदेश के बौद्ध मत के बड़े आचार्य, विश्व हिंदू परिषद की सेवा में लगे लोग, जनजातीय विस्तार वनांचल समाज, और सामाजिक समरसता की दृष्टि से समाज के सभी वर्गों का आगमन भी बड़ी संख्या में होगा। विश्व हिंदू परिषद के माध्यम से गौ रक्षा एवं गौ संवर्धन के क्षेत्र में कार्य करने वाली संस्थाओं और कार्यकर्ताओं का बड़ा सम्मेलन आयोजित होगा। साथ ही, ‘हम पहले हिंदू हैं’ भाव रखने वाले सभी जातियों के बीच कार्य करने वाले हजारों कार्यकर्ता और संस्थाओं का सम्मेलन भी आयोजित होगा।
इसके अलावा, कुटुम्ब प्रबोधन, लव जिहाद, हिंदू संस्कारों का क्षरण, महिला सम्मान, स्त्री शक्ति जैसे विषयों पर एक विशाल माता-भगिनी सम्मेलन आयोजित होगा। पांच दिवसीय अखिल भारतीय बैठक में देश के सभी प्रांतों के साथ 350 विभागों के कार्यकर्ता शामिल होंगे। विश्व हिंदू परिषद में दिन प्रतिदिन कुंभ स्नान, गंगा स्नान करने वाले सामान्य भक्त गणों एवं धर्मोचार्यों की सेवा प्रसाद का आयोजन शिविर के माध्यम से निरंतर किया जाएगा। पत्रकार वार्ता में क्षेत्र संगठन मंत्री गजेंद्र सिंह, कन्हैया सिंह आदि रहे।