नई दिल्ली, 22 दिसंबर 2024, रविवार। फरवरी में भोपाल में प्रस्तावित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2025 को लेकर मप्र इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन ने निवेशकों को जमीन दिखाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए इंदौर-उज्जैन रीजन में लैंड बैंक का डेटा बेस तैयार हो चुका है। इंदौर संभाग में इंदौर के अलावा धार में सबसे ज्यादा जमीनें आरक्षित की गई हैं। झाबुआ सहित अन्य जिलों में भी लैंड पॉकेट तय किए गए हैं। पीथमपुर सेक्टर 7, मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क, धार में पीएम मित्रा पार्क के अलावा कई नए एरिया भी विकसित किए जा रहे हैं।
उज्जैन संभाग में उज्जैन के साथ ही रतलाम, मंदसौर और शाजापुर में भी बड़े प्रोजेक्ट के लिए डेवलप और अनडेवल्पड जमीनें तैयार हैं। उज्जैन में आईटी पार्क, रेडिमेड गारमेंट के अलावा विक्रम उद्योगपुरी का विस्तार और देवास-मक्सी इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए 7819 हेक्टेयर जमीन अलग से चिह्नित की गई है। एमपीआईडीसी के मुताबिक, इंदौर में 6 से ज्यादा तो उज्जैन रीजन में 10 से ज्यादा नए इंडस्ट्रियल एरिया पर काम जारी है। इंदौर-उज्जैन रीजन में लैंड बैंक का डेटा बेस तैयार करने के बाद अब निवेशकों को जमीन दिखाने की तैयारी हो रही है।
इसी के साथ, एमपीआईडीसी ने निवेशकों को जमीन की वास्तविक स्थिति दिखाने के लिए गूगल लिंक भी देने की योजना बनाई है। इससे निवेशक कहीं से भी जमीन की वास्तविक स्थिति देख सकेंगे।