वाराणसी, 2 अगस्त 2025: सावन की पवित्रता और काशी की शिल्पकला का अनूठा संगम उस समय देखने को मिला, जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीआई रजिस्टर्ड बनारस मेटल रिपोजी क्राफ्ट से निर्मित चांदी का अरघा युक्त शिवलिंग भेंट किया। यह खास कलाकृति काशी की समृद्ध कला और संस्कृति का जीवंत प्रतीक बनकर सामने आई।
श्रावण मास में काशी दौरे पर आए पीएम मोदी को सभा स्थल पर सीएम योगी ने यह अनमोल उपहार सौंपा। इस शिवलिंग के साथ पांच फन वाला नाग, नंदी, प्रसाद, गंगा जल से भरा कलश, त्रिशूल, चंदन भस्म और मीनाकारी की चौकी शामिल है, जो काशी की तीन जीआई क्राफ्ट्स—मेटल रिपोजी, मीनाकारी और मेटल कास्टिंग का बेजोड़ मिश्रण है।
लगभग 18 इंच ऊंची और 15 इंच चौड़ी इस कलाकृति को धातु शिल्पी अनिल कसेरा, रघुनाथ कसेरा और मीनाकारी विशेषज्ञ अरुण कुमार वर्मा ने जीआई विशेषज्ञ रजनीकांत के मार्गदर्शन में एक सप्ताह की मेहनत से तैयार किया। सावन की थीम पर आधारित इस कृति ने काशी की शिल्पकला को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
जीआई विशेषज्ञ रजनीकांत ने बताया कि यह उपहार काशी के शिल्पी समाज के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा, “जीआई की ताकत यही है कि यह स्थानीय कला को वैश्विक मंच पर ले जाती है।” इस मौके पर पीएम मोदी ने भी काशी के सिल्क, भदोही की कालीन और शिल्पियों की कला को बढ़ावा देने के लिए ‘स्वदेशी और लोकल से ग्लोबल’ का आह्वान किया। उन्होंने शिल्पियों और बुनकरों के हितों की रक्षा का भरोसा भी दिलाया।
यह अनमोल भेंट न केवल काशी की कला का सम्मान है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक धरोहर को विश्व पटल पर स्थापित करने का एक मजबूत कदम भी है।