नई दिल्ली, 9 फरवरी 2025, रविवार। दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। बीजेपी ने 27 साल बाद दिल्ली में वापसी की और 70 में से 48 सीटें जीतीं। आम आदमी पार्टी के कई बड़े नेता, जिनमें अरविंद केजरीवाल भी शामिल हैं, चुनाव हार गए। केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने 4089 वोटों से हराया। प्रवेश वर्मा की इस जीत ने उन्हें दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री की रेस में शामिल कर दिया है। प्रवेश वर्मा ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल को आतंकी बताया था, जिसके बाद उन पर चुनाव आयोग की ओर से कार्रवाई भी की गई थी। लेकिन इस बार उन्होंने केजरीवाल को चुनाव में हराकर अपनी जीत का परचम लहराया है।
पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे हैं प्रवेश वर्मा
प्रवेश वर्मा एक राजनैतिक परिवार से आते हैं। वे दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के दिग्गज नेता रहे साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। साहिब सिंह 1996-1998 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। इसके अलावा, प्रवेश के चाचा आजाद सिंह भी उत्तरी दिल्ली नगर निगम के मेयर रह चुके हैं। इसके अलावा, 2013 में आजाद बीजेपी की ओर से मुंडका सीट से उम्मीदवार थे। हालांकि, निर्दलीय उम्मीदवार रामबीर शौकीन से चुनाव हार गए थे।
दिल्ली से दो बार रहे सांसद
प्रवेश वर्मा ने अपना पहला चुनाव 2013 में लड़ा, जब उन्हें बीजेपी ने दिल्ली चुनाव में महरौली सीट से उम्मीदवार बनाया। पहले ही चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के योगानंद शास्त्री को हराते हुए अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत की। इसके बाद अगले साल 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी ने प्रवेश को पश्चिमी दिल्ली संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया, जहां पर उन्हें बड़ी जीत मिली। इसके बाद 2019 में भी प्रवेश लोकसभा चुनाव जीते। हालांकि, 2024 के चुनाव में प्रवेश का टिकट कट गया और फिर विधानसभा चुनाव में उन्हें सबसे वीआईपी सीट नई दिल्ली से केजरीवाल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा गया। संसद सदस्य के रूप में, उन्होंने संसद सदस्यों के वेतन और भत्ते संबंधी संयुक्त समिति के सदस्य तथा शहरी विकास संबंधी स्थायी समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया है।
केजरीवाल को बता चुके हैं आतंकवादी
हालांकि, प्रवेश वर्मा कई बार अपने बयानों के चलते विवादों में भी रह चुके हैं। उनपर 2020 के विधानसभा चुनाव में कैंपेनिंग के दौरान केजरीवाल को आतंकवादी कहने का भी आरोप लगा, जिसे बाद चुनाव आयोग ने ऐक्शन लेते हुए 24 घंटे के लिए प्रतिबंध भी लगाया। मादीपुर में एक सभा के दौरान प्रवेश वर्मा ने कहा था कि देश में केजरीवाल जैसे नटवरलाल और आतंकवादी छिपे बैठे हैं। इसके अलावा, प्रवेश वर्मा ने शाहीन बाग प्रदर्शन की तुलना कश्मीर से कर डाली थी और कहा था कि वे प्रदर्शनकारी आपके घर में घुसकर बहन-बेटियों से रेप करेंगे। इस बयान के बाद चुनाव आयोग ने सख्ती दिखाते हुए उन्हें स्टार प्रचारक की लिस्ट से हटाने का निर्देश दिया था। इसके अलावा, तीन साल पहले वे मुस्लिमों के खिलाफ भी विवादित बयान दे चुके हैं। 2022 में एक सभा में प्रवेश वर्मा ने कहा था कि इनकी रेहड़ियों से सब्जी खरीदने की जरूरत नहीं है। ये मांस-मछली की दुकान खोलते हैं। एमसीडी को बोलकर जिनके पास लाइसेंस नहीं है, उसे बंद करवाने की जरूरत है। संपूर्ण बहिष्कार होना चाहिए। अगर इनका दिमाग ठीक करना है तो एक ही इलाज है और वह है संपूर्ण बहिष्कार। प्रवेश वर्मा के इस बयान पर भी काफी विवाद हुआ था।