नई दिल्ली, 2 फरवरी 2025, रविवार। अयोध्या में दलित युवती की हत्या पर सियासत शुरू हो गई है। सपा सांसद अवधेश प्रसाद मीडिया के सामने फूट-फूटकर रोए। कहा कि इस मुद्दे को लोकसभा में मोदी के सामने उठाऊंगा। न्याय नहीं मिला तो इस्तीफा दूंगा। हम बेटी की इज्जत बचाने में नाकामयाब हो रहे हैं। इतिहास क्या कहेगा? कैसे बिटिया के साथ ये हो गया। हे राम… माथा पीटते हुए अवधेश प्रसाद ने कहा कि प्रभु राम कहां हैं, सीता मां कहां हैं? हम इस्तीफा दे देंगे। यह हिंदुस्तान की सबसे बड़ी दर्दनाक घटना है। मैं मीडियाकर्मियों से प्रार्थना करता हूं, उस घर पर जाइए। जहां एक मां ने अपनी बेटी को खो दिया।
गौरतलब है कि, अयोध्या के एक गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। 22 वर्षीय दलित युवती की निर्वस्त्र शव गांव के बाहर एक नाले के पास मिली है, जिससे परिजनों और ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया है। ये घटना कोतवाली क्षेत्र के सहनवा गांव का है। जहां हैवानों ने दलित युवती के साथ दरिंदगी की। युवती 31 जनवरी शुक्रवार शाम से लापता थी और परिजनों ने पहले ही पुलिस को इसकी खबर दी थी। लेकिन आरोप है कि पुलिस की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिससे युवती की जान बचाई जा सकती थी। सुबह जब परिजनों को खेतों में खून से सने कपड़े मिले, तो उनका शक पुख्ता हो गया। उसके बाद गांव के बाहर नाले के पास युवती का शव मिला, जिससे परिजनों का दिल टूट गया।
पीड़िता के पिता ने बताया, हमें करीब 12 बजे पता चला कि हमारी बेटी के कपड़े खेतों में पड़े हैं। जब वहां पहुंचे तो हमने उन्हें पहचान लिया। फिर किसी ने बताया कि स्कूल में भी खून पड़ा है। तब हमें यकीन हो गया कि हमारी बेटी को मार डाला गया। हम पुलिस से इंसाफ चाहते हैं। जिसने यह घिनौना अपराध किया है, उसे जल्द से जल्द पकड़ा जाए। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैला दिया है और लोगों में पुलिस के प्रति गुस्सा है। परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस से मांग की है कि आरोपियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
पुलिस अधिकारी सीईओ आशुतोष तिवारी ने कहा, 22 वर्षीय लड़की की गुमशुदगी की शिकायत हमें मिली थी। हमने तलाशी अभियान चलाया और शव बरामद हुआ। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। दूसरी ओर, परिजनों का कहना है कि पुलिस ने अभी तक सिर्फ आश्वासन ही दिया है, लेकिन कोई सख्त कदम नहीं उठाया गया है। इस घटना को लेकर गांव में भारी आक्रोश है। लोग इंसाफ की मांग कर रहे हैं और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं।
प्राइवेट पार्ट में डाल दिया डंडा, मल त्याग होने तक बनाये संबंध
परिजनों ने बताया कि हैवानों ने लड़की के हाथ-पैर तोड़ दिए। उसकी दोनों आंखें फोड़ दी। इससे भी नहीं मन भरा तो उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा डाल दिया। लड़की के शरीर पर ब्लेड से कई बार वार किए गए हैं। परिवार का कहना है कि उनकी 22 साल की बेटी 30 जनवरी की रात में भागवत सुनने गई थी। रात 11 बजे तक वो घर नहीं आई तो परिजनों और परिवार वालों ने सुबह तक ढूंढा।
परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में उनकी मदद नहीं की। शनिवार सुबह को परिजनों को ही नाले में लड़की का शव दिखाई दिया। उसके शरीर पर एक भी कपड़ा नहीं था। परिजनों ने बताया कि बड़ी बेरहमी से उनकी बेटी के साथ रेप किया गया है। उसका हाथ-पैर तोड़ दिया। प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला, इस वजह से उसने मल त्याग कर दिया था। पुलिस अब घटना की जांच में जुट गई है।