कर्नाटक में राजनीतिक उठापटक जारी है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज कर रही है, लेकिन सियासी हलचल देख पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नजर नहीं आता। यही वजह है कि भाजपा महासचिव अरुण सिंह कर्नाटक में सब कुछ ठीक करने की खातिर बंगलुरु में डेरा डाले हुए हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और बागी विधायकों के बीच जारी सियासी खींचतान से ऐसा लगने लगा है कि एक बार फिर से राज्य में सियासी नाटक देखने को मिल सकता है। अब भाजपा एमएलसी एएच विश्वनाथ ने येदियुरप्पा के नेतृत्व पर सवाल उठाया है और कहा है कि वह सरकार चलाने की हालत में नहीं हैं।
भाजपा एमएलसी एएच विश्वनाथ ने कहा, ”सरकार और पार्टी के बारे में जनता की राय नकारात्मक है। यह अच्छी बात नहीं है। भाजपा महासचिव अरुण सिंह से मैंने कहा है कि येदियुरप्पा की आयु, उनका स्वास्थ्य को देखते हुए वह मुख्यमंत्री के तौर पर सरकार चलाने की हालात में नहीं हैं। उनके मार्गदर्शन में उस स्थान पर किसी और को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। सरकार में पारिवारिक दखल से चीजें और खराब होंगी।”
विश्वनाथ ने आगे कहा, ”बीवाई विजयेंद्र और उनके दोस्त कह रहे थे कि हम पैसे इकट्ठा करते हैं और यह दिल्ली जाता है। यहां भी बुरा प्रचार हो रहा है। मैंने इस बारे में महासचिव (अरुण सिंह) को भी बताया है।”
कर्नाटक भाजपा के भीतर खींचतान को सुलझाने के वास्ते अरुण सिंह तीन दिवसीय दौरे पर बंगलुरु आए हैं और इस दौरान वह गुरुवार को सत्ताधारी दल के विधायकों के साथ चर्चा करेंगे और शुक्रवार को प्रदेश भाजपा की कोर कमेटी को संबोधित करेंगे।
कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों के बीच हाल ही में अरुण सिंह ने मुख्यमंत्री को बदलने की खबरों का खारिज किया था और कहा था कि येदियुरप्पा पद पर बने रहेंगे। माना जा रहा है कि भाजपा का एक वर्ग येदियुरप्पा को पद से हटाने का दबाव बना रहा है।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की कुर्सी को लेकर चल रही अटकलों के बीच राज्य भाजपा के प्रभारी व पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा है कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है। बुधवार को मीडिया से बातचीत में अरुण सिंह ने कहा कि पार्टी में कोई मतभेद नहीं है और हम एक हैं।मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के नेतृत्व में बेहतरीन काम चल रहा है।