जॉर्जिया की सत्तारूढ़ रूस समर्थक पार्टी के संसदीय चुनावों में जीतने के बाद सियासी पारा चरम पर है। विपक्षी नेताओं ने धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। उनका आरोप है कि मतपत्रों में हेराफेरी की गई है। इन नतीजों ने देश को राजनीतिक उथल-पुथल में डाल दिया और यूरोप में जॉर्जिया की भविष्य की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इन सबके बीच, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने ‘चुनावी अनियमितताओं’ की पारदर्शी और स्वतंत्र जांच की मांग की है।
यूरोपीय संघ परिषद के अध्यक्ष ने रविवार को सोशल मीडिया मंच एक्स पर कहा कि कथित अनियमितताओं को गंभीरता से स्पष्ट किया जाना चाहिए। साथ ही इस पर बात की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह बुडापेस्ट में यूरोपीय परिषद की अनौपचारिक बैठक में इस एजेंडा को रखेंगे। उन्होंने आगे कहा कि यूरोपीय संघ परिषद नवंबर में अपने सत्र के दौरान स्थिति का आकलन करने और जॉर्जिया के साथ संबंध बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएगा।