लखनऊ, 5 जनवरी 2025, रविवार। लखीमपुर खीरी में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है, जहां जिले के छह बीजेपी विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अपने ही जिले के पुलिस अधीक्षक गणेश शाहा को हटाने की मांग की है। विधायकों का आरोप है कि एसपी प्रशासनिक कार्यों में लापरवाही बरत रहे हैं और जनसमस्याओं को अनदेखा कर रहे हैं।
इस मुद्दे पर जिले के विधायक एकजुट नजर आ रहे हैं, लेकिन पलिया के विधायक और THF बेकरी के मालिक रोमी साहनी ने इस आंदोलन से दूरी बनाए रखी है। रोमी साहनी की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है, जबकि बाकी विधायक एसपी गणेश शाहा को हटाने की मांग पर अड़े हुए हैं।
विधायकों ने मुख्यमंत्री के सामने यह स्पष्ट किया है कि जिले में प्रशासनिक व्यवस्था चरमरा गई है और पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली से आम जनता के साथ-साथ जनप्रतिनिधि भी असंतुष्ट हैं। उन्होंने कहा है कि गणेश शाहा के रहते जिले में कानून व्यवस्था पर पकड़ कमजोर हो गई है, जिससे जनता में आक्रोश है।
यह विरोध केवल प्रशासनिक असंतोष तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे राजनीतिक दबाव और अंदरूनी खींचतान का संकेत भी माना जा रहा है। एसपी को हटाने की इस मांग ने सरकार के भीतर बीजेपी नेताओं के बीच उभर रहे मतभेदों को भी उजागर कर दिया है। अब यह देखना होगा कि मुख्यमंत्री इस पर क्या फैसला लेते हैं। क्या गणेश शाहा को हटाकर विधायकों की मांग पूरी की जाएगी, या यह विवाद और गहराएगा? लखीमपुर खीरी में यह मामला कानून-व्यवस्था और राजनीति के नए समीकरण का संकेत दे रहा है।