वाराणसी, 23 जुलाई 2025: कैंट क्षेत्र के विराट नगर में 17 जुलाई को पुलिसकर्मियों की गुंडागर्दी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक मामूली विवाद के बाद सिपाहियों ने कार सवार युवकों को उनके घर से खींचकर गली में बेरहमी से पीटा। इतना ही नहीं, युवकों को अर्दली बाजार पुलिस चौकी ले जाकर लाठियों और जूतों से अधमरा कर दिया गया। पिटाई से एक युवक की हालत इतनी नाजुक हो गई कि उसे जिला अस्पताल दीनदयाल में भर्ती करना पड़ा। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या था मामला?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, कैंट थाना क्षेत्र के विराट नगर कॉलोनी में रहने वाले मुन्ना सिंह के मकान में सिपाही निरंजन कुमार, प्रवीण कुमार, अजय सोनकर और अजय यादव किराए पर रहते हैं। 17 जुलाई की रात निरंजन कुमार ड्यूटी से लौट रहा था। सनब्राइट स्कूल के पास एक स्कॉर्पियो कार ने उसे टच कर दिया, जिसके बाद कार चालक रिशू सिंह और अन्य युवकों से उसकी कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ा तो दोनों पक्षों में हाथापाई हुई। पड़ोसियों ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन गुस्साए सिपाहियों ने डायल 112 और कैंट थाना पुलिस को बुला लिया।
घर से खींचकर की पिटाई
सिपाहियों ने युवकों को गली में पीटना शुरू कर दिया। इसी दौरान विवाद सुलझाने आए अश्वनी चौहान और उसके भाई साहिल को भी निशाना बनाया गया। अश्वनी की मां सुशीला के अनुसार, पुलिस ने दोनों भाइयों को घर से खींचकर जीप में डाला और अर्दली बाजार चौकी ले गई। वहां दरोगा समेत सात-आठ सिपाहियों ने लाठियों और लात-घूंसों से बेरहमी से पिटाई की। अश्वनी को कैंट थाने ले जाकर भी पीटा गया, जहां उसकी हालत बिगड़ गई। 19 जुलाई की रात उसे सीने में दर्द और सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
पुलिस पर रिकॉर्डिंग करने वालों को पीटने का आरोप
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना का वीडियो बनाने वाले एक युवक को भी पुलिस ने दौड़ाकर पीटा। अश्वनी की मां ने बताया कि जब वह बेटे को बचाने की कोशिश कर रही थी, तो उसे भी धक्का दिया गया।
सिपाहियों ने भी दर्ज कराई FIR
दूसरी ओर, सिपाही निरंजन कुमार ने युवकों पर हमला करने का आरोप लगाते हुए कैंट थाने में FIR दर्ज कराई। इसमें रिशू सिंह, अश्वनी, साहिल समेत 6-7 लोगों पर गाली-गलौज और जानलेवा हमले का आरोप लगाया गया। सिपाही प्रवीण कुमार और अजय सोनकर को चोटें आने की बात कही गई, जिनका दीनदयाल अस्पताल में इलाज हुआ। पुलिस ने 13 गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
ACP का बयान
एसीपी कैंट नितिन तनेजा ने बताया कि सिपाहियों पर हमले की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। अश्वनी और साहिल का नाम हमलावरों में सामने आया है। तबीयत बिगड़ने पर अश्वनी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत में सुधार है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस घटना से विराट नगर कॉलोनी में गुस्सा है। लोगों का कहना है कि पुलिस ने बिना पूरी जांच के एकतरफा कार्रवाई की। पुलिस की इस बर्बरता ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। फिलहाल, मामले की जांच जारी है, लेकिन युवकों की पिटाई का यह मामला वाराणसी में चर्चा का विषय बना हुआ है।