बीएचयू में सभी कक्षाएं के साथ खोलने के लिए सिंह द्वार धरना दे रहे 5 छात्र आशुतोष, सुमित, अनुपम शोध, पवन और अविनाश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने धरनास्थल को भी खाली करा दिया है। दरअसल बीएचयू के सिंहद्वार पिछले पांच दिन से छात्र धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों ने कहना है कि स्नातक एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की ‘ऑन-ऑफ लाइन’ कक्षाएं सोमवार से शुरू कर दी गईं, लेकिन प्रथम एवं द्वितीय वर्ष की कक्षाएं उस तरह से शुरू नहीं की गई हैं।
प्रदर्शनकारी कई छात्रों का कहना है कि वाराणसी समेत देश के अधिकांश स्कूल, कॉलेज एवं विश्वविद्यालय पुन: खोल दिए गए हैं, लेकिन यहां उनकी कक्षाएं शुरू नहीं की जा रही हैं। इस वजह से उनकी पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित है तथा वे बेहद तनाव में हैं। ऐसे में प्रशासन को तत्काल कक्षाएं बहाल करनी चाहिए।
दूसरी ओर विश्वविद्यालय के सूत्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में कक्षाएं कोविड से संबंधित सरकार के दिशा-निर्देशों एवं एहतियाती उपायों का पालन करते हुए ही आयोजित की जाएंगी। गौरतलब है कि करीब 11 माह गत 17 फरवरी से अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए छात्रावास पुन: खोल दिये गये थे जबकि सोमवार यानी 22 फरवरी से उनकी ऑन-ऑफ लाइन कक्षाएं शुरू कर दी गई। उससे पहले कोरोना महामारी के कारण कक्षाएं बंद करनी पड़ी थीं।
11 फरवरी को भी बवाल के बाद हुआ था धरना
इससे पहले बीएचयू क्लास संचालन से पहले 11 फरवरी को बिड़ला सी हॉस्टल में छात्रों के दो गुटों में मारपीट और फायरिंग की वजह से चर्चा था। उधर घटना के विरोध में छात्रों ने हमलावरों को तत्काल गिरफ्तार करने की मांग के साथ मुख्य द्वार बंद कर धरना शुरू कर दिया था।
सूचना पाकर मौके पर पहुंचे चीफ प्रॉक्टर के साथ ही पुलिस के आला अधिकारी भी छात्रों को मनाने पहुंचे थे। पुलिस ने मुकेश की तहरीर पर चार के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद धरना समाप्त हो गया और मुख्य द्वार खोल दिया गया।