प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) दौरे पर जा रहे हैं। अबु धाबी में पहले हिंदू मंदिर के उद्घाटन के अलावा दोनों देशों के बीच संबंधों और साझेदारी को और मजबूत बनाने के दृष्टिकोण से भी यह दौरा बेहद अहम है। पीएम मोदी के दौरे पर भारत और यूएई बंदरगाह को लेकर अहम समझौता कर सकते हैं। इसके अलावा डिजिटल संरचना विकसित करने और ऊर्जा संबंधी पहलुओं पर भी दोनों देश विस्तार से बातचीत करेंगे। पीएम मोदी के दौरे से पहले आई रिपोर्ट के मुताबिक आयोजक खराब मौसम के कारण थोड़े परेशान हैं, लेकिन प्रधानमंत्री की अगवानी को लेकर इनके उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। आयोजकों ने पीएम मोदी की मौजूदगी वाले इस कार्यक्रम को अहलान मोदी टाइटल दिया है।
पीएम मोदी स्टेडियम में विशाल जनसमूह को संबोधित करेंगे
अबु धाबी में प्रधानमंत्री के विशाल कार्यक्रम के बारे में जारी बयान के मुताबिक पीएम मोदी जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम को संबोधित करेंगे। आयोजकों ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात में खराब मौसम के बावजूद यहां रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। 2,500 से अधिक लोगों ने भारी बारिश के बावजूद फुल ग्राउंड रिहर्सल की।आयोजन में सहयोग करने वाले वॉलेंटियर्स ने ब्रीफिंग में भी भाग लिया।
अबु धाबी में पीएम की अगवानी की तैयारी, खराब मौसम के बावजूद उत्साह में कोई कमी नहीं
अबु धाबी में पीएम की अगवानी की तैयारियों में लगी टीम से जुड़ीं शीर्ष अधिकारी निशि सिंह ने बताया कि खराब मौसम के बावजूद उत्साह में कोई कमी नहीं है। सांस्कृतिक कार्यक्रम की फुल-ग्राउंड रिहर्सल हुई। मौसम से जुड़ी चुनौतियां भव्य उत्सव और प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी और गर्मजोशी से स्वागत में बाधा नहीं बनेंगी। उन्होंने फूल प्रूफ तैयारियों का जिक्र कर दोहराया, भारत का जश्न मनाने और अद्वितीय शिखर सम्मेलन के रास्ते में खराब मौसम कोई बाधा नहीं बनने वाला। यूएई शानदार दोस्ती निभाते हुए पीएम मोदी का जोरदार और यादगार स्वागत करेगा।
उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों में जबरदस्त उत्साह है। आयोजकों को पिछले सप्ताह पंजीकरण बंद करना पड़ा। स्टेडियम में आने के लिए आवेदकों की संख्या 65,000 से अधिक हो चुकी है। 13 फरवरी को ‘अहलान मोदी’ में कितने लोगों की उपस्थिति होगी, इसका फैसला स्टेडियम की बैठने की क्षमता और यूएई के संबंधित अधिकारियों के निर्देशों के मुताबिक लिया जाएगा।
निशि सिंह के मुताबिक ‘अहलान मोदी’ में 150 से अधिक भारतीय सामुदायिक समूहों की सक्रिय भागीदारी होगी। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या भारत की क्षेत्रीय विविधता और पूरे अमीरात में काम करने वाले पेशेवरों का जुड़ाव दर्शाती है। विविधता में एकता चरितार्थ होगा।
उल्लेखनीय प्रदर्शन भारतीय समुदाय की ‘नारी शक्ति’ को भी रेखांकित करेगा। आयोजन समिति के अनुसार महिलाओं ने बड़ी संख्या में पंजीकरण कराया है। महिला सशक्तिकरण, सांप्रदायिक सद्भाव जैसी भावनाओं को इस कार्यक्रम के जरिए बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।
बता दें कि पीएम मोदी की दो दिवसीय (13-14 फरवरी) आधिकारिक यूएई यात्रा कई मायनों में विशिष्ट है। 2015 के बाद से यह यूएई की उनकी सातवीं और पिछले आठ महीनों में तीसरी यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। पीएम मोदी अबु धाबी में हिंदू मंदिर- बीएपीएस मंदिर का उद्घाटन भी करेंगे।
प्रवासी भारतीय यूएई की आबादी का 35 फीसदी
गौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात में लगभग 3.5 मिलियन लोग प्रवासी भारतीय समुदाय के रहते हैं। सबसे बड़ा समुदाय होने के साथ-साथ भारतीय पूरे देश की आबादी में लगभग 35 प्रतिशत हैं। पीएम मोदी के आगमन के बाद अबु धाबी के स्टेडिम में कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में 700 से अधिक सांस्कृतिक कलाकार परफॉर्म करेंगे। भारतीय कलाओं की विविधता का जीवंत चित्रण होगा। दोनों देशों की समावेशी संस्कृति की झलक भी देखी जा सकेगी।
प्रधानमंत्री की दो दिवसीय यात्रा के बारे में विदेश मंत्रालय ने सोमवार को विस्तार से जानकारी दी। विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने बताया कि दोनों देशों के बीच ऊर्जा, बंदरगाह, फिनटेक, डिजिटल बुनियादी ढांचा, रेलवे और निवेश प्रवाह के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर मंथन होगा। पीएम मोदी और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के बीच बातचीत होगी। दोनों देश कई प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए अहम समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा कि बंदरगाहों और समुद्री क्षेत्र में सहयोग के लिए भी दोनों देशों के बीच कुछ सहमति बन सकती है। उन्होंने कहा, दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बीच डिजिटल सहयोग महत्वपूर्ण है। ऐसे में डिजिटल बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में निवेश पर सहमति की संभावनाओं पर मंथन होगा। दोनों पक्ष समुद्री विरासत के साथ-साथ फिनटेक उत्पादों और रेलवे के क्षेत्रों में संभावित सहयोग पर भी गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
मोदी और अल नाहयान के आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी, संयुक्त अरब अमीरात के उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री और रक्षा मंत्री शेख मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम से भी मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी बुधवार को दुबई में विश्व सरकार शिखर सम्मेलन 2024 में सम्मानित अतिथि के रूप में संबोधित करेंगे। गौरतलब है कि अगस्त 2015 में पीएम मोदी ने ऐतिहासिक यात्रा की थी। इसके बाद दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया।
दोनों देशों ने सीमा पार लेनदेन के लिए भारतीय रुपये और एईडी (संयुक्त अरब अमीरात दिरहम) के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े फैसले लिए।
- फरवरी 2022 में एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौता (सीईपीए) हुआ।
- जुलाई 2023 में एक स्थानीय मुद्रा निपटान (एलसीएस) प्रणाली पर हस्ताक्षर।
- आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2022-23 में लगभग 85 बिलियन अमेरिकी डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार।
- दोनों देश एक-दूसरे के शीर्ष व्यापारिक साझेदार। 2022-23 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के मामले में यूएई भारत के शीर्ष चार निवेशकों में से एक रहा।