नई दिल्ली, 6 जून 2025, शुक्रवार: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब नदी के ऊपर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल, चिनाब ब्रिज, का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तिरंगा लहराकर किया। यह ऐतिहासिक पल न केवल भारत की इंजीनियरिंग ताकत का प्रतीक है, बल्कि रणनीतिक रूप से पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान के लिए एक सशक्त संदेश भी है।
तिरंगे के साथ भारत की हुंकार
चिनाब ब्रिज के उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने तिरंगा लहराकर न सिर्फ भारत की एकता और गौरव को रेखांकित किया, बल्कि दुनिया को दिखाया कि नया भारत चुनौतियों से डरता नहीं, बल्कि उन्हें अवसर में बदलता है। यह ब्रिज, जो पीर पंजाल क्षेत्र में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, भारत की सैन्य और आर्थिक शक्ति को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। सोशल मीडिया पर इसे “मोदी का चिनाब चक्रव्यूह” करार दिया जा रहा है, जो पड़ोसी देशों की रणनीतियों को चुनौती देगा।
चिनाब ब्रिज: इंजीनियरिंग का चमत्कार
1,315 मीटर लंबा चिनाब ब्रिज समुद्र तल से 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जो पेरिस के एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ऊंचा है। स्टील और कंक्रीट से निर्मित यह पुल भूकंप, 266 किमी/घंटा की तेज हवाओं और 40 टन टीएनटी विस्फोट तक सहन करने में सक्षम है। 120 साल की उम्र वाला यह बुलेटप्रूफ ब्रिज भारत की आत्मनिर्भरता और तकनीकी कौशल का प्रतीक है। 22 साल की मेहनत और 1,400 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस पुल ने वैश्विक मंच पर भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।
कश्मीर को देश से जोड़ने का सपना पूरा
चिनाब ब्रिज उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक (USBRL) परियोजना का हिस्सा है, जो कश्मीर घाटी को साल भर देश के बाकी हिस्सों से जोड़ेगा। अब तक सर्दियों में बर्फबारी और भूस्खलन के कारण जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद होने की समस्या आम थी, लेकिन इस ब्रिज ने इसे इतिहास बना दिया। कटरा से श्रीनगर की यात्रा, जो सड़क मार्ग से 6-7 घंटे लेती थी, अब वंदे भारत ट्रेन से मात्र 3 घंटे में पूरी होगी। उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कटरा-श्रीनगर के बीच दो वंदे भारत ट्रेनों को भी हरी झंडी दिखाई, जो क्षेत्र में पर्यटन और आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देगी।
पड़ोसियों के लिए चुनौती, भारत के लिए गर्व
चिनाब ब्रिज न केवल एक इंजीनियरिंग उपलब्धि है, बल्कि भारत की सामरिक और आर्थिक ताकत का द्योतक भी है। पीएम मोदी ने इसे देश को समर्पित करते हुए कहा, “हम सपने नहीं बुनते, हकीकत को आकार देते हैं।” यह ब्रिज कश्मीर के विकास का नया द्वार खोलेगा और भारत की एकता को और मजबूती देगा। सोशल मीडिया पर वायरल पीएम का तिरंगा लहराने वाला वीडियो पड़ोसी देशों के लिए एक कड़ा संदेश है, जो भारत की इस उपलब्धि को देखकर बेचैन हो उठे हैं। चिनाब ब्रिज सिर्फ एक पुल नहीं, बल्कि भारत के आत्मविश्वास, दृढ़ संकल्प और उज्ज्वल भविष्य की कहानी है।