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Thursday, April 24, 2025

पहलगाम आतंकी हमले पर पीएम मोदी का कड़ा संदेश: आतंकियों को मिलेगी ऐसी सजा, जो होगी कल्पना से परे

नई दिल्ली, 24 अप्रैल 2025, गुरुवार। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। इस हमले में 26 मासूम नागरिकों की जान चली गई, और कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए। पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी कर आतंकियों ने न केवल भारत की शांति को चुनौती दी, बल्कि देश की आत्मा पर गहरा आघात किया। इस दुखद घटना के बाद आज, 24 अप्रैल 2025 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मधुबनी में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के अवसर पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए आतंकियों और उनके आकाओं को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा, “जिन्होंने यह हमला किया, उन्हें और इसकी साजिश रचने वालों को ऐसी सजा मिलेगी, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। सजा मिलकर रहेगी।”

पहलगाम हमले की भयावहता

पहलगाम, जिसे ‘मिनी स्विटरलैंड’ के नाम से जाना जाता है, हमेशा से पर्यटकों के लिए स्वर्ग रहा है। लेकिन 22 अप्रैल को आतंकियों ने इस खूबसूरत वादी को खून से रंग दिया। अनंतनाग जिले के बैसरण घाटी में पुलिस की वर्दी में आए दो से तीन आतंकियों ने पर्यटकों के एक समूह पर 50 राउंड फायरिंग की, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। मरने वालों में कानपुर के शुभम दुबे जैसे नवविवाहित जोड़े और इंदौर के सुशील नाथनियल जैसे आम नागरिक शामिल थे। इस हमले ने न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी गुस्से और शोक की लहर पैदा की। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी उपराष्ट्रपति वेंस ने इसकी कड़ी निंदा की, और भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए उसका आधिकारिक X हैंडल बैन कर दिया।

पीएम मोदी का बिहार से कड़ा संदेश

पहलगाम हमले के बाद पीएम मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा बीच में ही रद्द कर भारत लौटने का फैसला किया था। 23 अप्रैल को दिल्ली में उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ आपात बैठक की। इसके बाद, 24 अप्रैल को बिहार के मधुबनी में अपनी पहली सार्वजनिक सभा में उन्होंने आतंकियों को खुली चुनौती दी। पीएम ने कहा, “यह हमला सिर्फ पर्यटकों पर नहीं, बल्कि भारत की आत्मा पर हुआ है। अब समय आ गया है कि आतंकियों की बची-खुची जमीन को भी मिट्टी में मिला दिया जाए।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत आतंकियों की पहचान करेगा, उनका पीछा करेगा, और पृथ्वी के आखिरी छोर तक उन्हें सजा देगा।

मधुबनी की धरती से पीएम ने न केवल आतंकियों को चेतावनी दी, बल्कि देशवासियों को एकजुटता का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा, “करगिल से कन्याकुमारी तक, हमारा दुख और आक्रोश एक है।” इस दौरान, उन्होंने हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देते हुए मौन रखा और जनता से भी ऐसा करने की अपील की।

भारत की जवाबी कार्रवाई

पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार ने त्वरित और कड़े कदम उठाए। सेना ने दो आतंकियों को ढेर कर दिया, और एनआईए की टीम श्रीनगर पहुंचकर जांच में जुट गई। सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्षी दलों के साथ चर्चा की। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में बड़े स्तर पर जवाबी कार्रवाई की योजना बनाई गई। भारत ने सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया और अटारी सीमा चौकी को बंद कर पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।

दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग के बाहर जनता का गुस्सा सड़कों पर दिखा, और जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस कमेटी ने विरोध प्रदर्शन किया। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी हमले की निंदा करते हुए पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

वैश्विक प्रतिक्रिया और पाकिस्तान की घबराहट

पहलगाम हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भारत के साथ एकजुटता दिखाई। अमेरिका, रूस, और अन्य देशों ने इसकी निंदा की। दूसरी ओर, पाकिस्तान में घबराहट साफ दिखी। पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने कहा कि अगर भारत ने हमला किया, तो पाकिस्तान एकजुट होकर जवाब देगा। वहीं, पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने सर्जिकल स्ट्राइक जैसे कदम की आशंका जताई। पीएम मोदी की कड़ी चेतावनी के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पानी रोकना युद्ध का ऐलान जैसा है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया।

एकजुट भारत, आतंक के खिलाफ जंग

पहलगाम हमला भारत के लिए एक गहरी चोट है, लेकिन पीएम मोदी के नेतृत्व में देश ने आतंक के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। मधुबनी की सभा में पीएम ने न केवल आतंकियों को सजा का भय दिखाया, बल्कि देशवासियों में विश्वास भी जगाया। उन्होंने कहा, “140 करोड़ भारतीयों का संकल्प आतंक को कुचल देगा।” यह घटना और पीएम का संदेश भारत की उस नीति को रेखांकित करता है, जो आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की है। जैसा कि गृह मंत्री अमित शाह ने पहले कहा था, “मोदी सरकार आतंकवाद को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी।”

पहलगाम आतंकी हमला भारत के लिए एक दर्दनाक त्रासदी है, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी का बिहार से दिया गया संदेश देश की ताकत और संकल्प को दर्शाता है। आतंकियों को उनकी औकात दिखाने का समय आ गया है। भारत न केवल इस हमले का जवाब देगा, बल्कि आतंकवाद की जड़ों को उखाड़ फेंकेगा। जैसा कि पीएम ने कहा, “सजा मिलेगी, और मिलकर रहेगी।” यह संदेश न केवल आतंकियों के लिए, बल्कि उनके समर्थकों के लिए भी एक सख्त चेतावनी है।

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