नई दिल्ली, 13 नबंवर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 से 21 नवंबर तक नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की यात्रा पर जाएंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, नाइजीरिया संघीय गणराज्य के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनुबू के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री मोदी 16-17 नवंबर तक नाइजीरिया का दौरा करेंगे। यह 17 वर्षों में भारत के किसी प्रधानमंत्री की नाइजीरिया की पहली यात्रा होगी। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री भारत और नाइजीरिया के बीच रणनीतिक साझीदारी की समीक्षा करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के अन्य तरीकों पर चर्चा करेंगे।
पीएम मोदी नाइजीरिया में भारतीय समुदाय की एक सभा को भी संबोधित करेंगे। भारत और नाइजीरिया बढ़ते आर्थिक, ऊर्जा और रक्षा सहयोग के साथ 2007 से रणनीतिक भागीदार रहे हैं। 200 से अधिक भारतीय कंपनियों ने नाइजीरिया में महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 27 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है। भारत और नाइजीरिया एक मजबूत विकास सहयोग साझीदारी भी साझा करते हैं। प्रधानमंत्री ब्राजील के संघीय गणराज्य के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला दा सिल्वा द्वारा आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 18-19 नवंबर को रियो डी जनेरियो की यात्रा करेंगे। भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ जी20 ट्रोइका का हिस्सा है और चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन की चर्चाओं में सक्रिय रूप से योगदान दे रहा है।
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री वैश्विक महत्व के विभिन्न मुद्दों पर भारत के रुख को सामने रखेंगे, जो जी20 नयी दिल्ली नेताओं की घोषणा और वॉयस ऑफ द ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलन के परिणामों पर आधारित होगा। जिनकी मेजबानी पिछले दो वर्षों में भारत ने की थी। जी20 शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री के कई नेताओं से मुलाकात करने की उम्मीद है। गुयाना सहकारी गणराज्य के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफ़ान अली के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री 19 से 21 नवंबर तक गुयाना की राजकीय यात्रा करेंगे।
गुयाना की यह यात्रा 1968 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा होगी। इससे पहले 2023 में, राष्ट्रपति इरफान अली ने भारत का दौरा किया था। वह मध्य प्रदेश के इंदौर में आयोजित 17वें प्रवासी भारतीय दिवस में मुख्य अतिथि थे। तब उन्हें प्रवासी भारतीय सम्मान से भी सम्मानित किया गया था। यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री राष्ट्रपति अली के साथ चर्चा करेंगे, गुयाना के अन्य वरिष्ठ नेताओं से मिलेंगे, गुयाना की संसद को संबोधित करेंगे और भारतीय प्रवासियों की एक सभा को संबोधित करेंगे। जॉर्जटाउन में, प्रधानमंत्री दूसरे कैरीकाॅम-भारत शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे और क्षेत्र के साथ भारत की दीर्घकालिक मित्रता को और बढ़ाने के लिए कैरीकाॅम सदस्य देशों के नेताओं के साथ बैठकें करेंगे।