पीएम मोदी ने आज बुधवार को मध्य प्रदेश के इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2014 से भारत ने रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्म और परफॉर्म का रास्ता अपनाया है। उनकी सरकार ने पिछले 8 साल में अपने प्रयासों से निवेशकों के रास्ते के रोड़े हटाए हैं और रणनीतिक क्षेत्रों को निजी क्षेत्र के लिए खोला है। अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं भारतीय अर्थव्यवस्था पर भरोसा जता रही हैं और देश निवेशकों का आकर्षण केंद्र बना हुआ है।पीएम मोदी ने सभी निवेशकों और उद्यमियों का गर्मजोशी से किया स्वागत
पीएम मोदी ने सभी निवेशकों और उद्यमियों का गर्मजोशी से स्वागत किया और एक विकसित भारत के निर्माण में मध्य प्रदेश की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “आस्था और अध्यात्म से लेकर पर्यटन तक, कृषि से लेकर शिक्षा और कौशल विकास तक मध्यप्रदेश एक अद्भुत गंतव्य है।” उन्होंने मध्य प्रदेश की विकसित भारत की कल्पना भूमिका को सराहा।
IMF भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है
वहीं वैश्विक संगठनों द्वारा दिखाए गए भरोसे का उदाहरण देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि IMF भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान के रूप में देखता है। विश्व बैंक का कहना है कि भारत कई अन्य देशों की तुलना में वैश्विक विपरीत परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर स्थिति में है।
भारत इस साल G20 समूह में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा
उन्होंने ओईसीडी के हवाले से कहा कि भारत इस साल G20 समूह में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। पीएम मोदी ने कहा कि मॉर्गन स्टेनली के मुताबिक, भारत अगले 4-5 साल में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। मैकिन्से के सीईओ ने कहा है कि यह केवल भारत का दशक नहीं है, बल्कि भारत की सदी है।
भारत निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है
पीएम मोदी ने कहा कि भारत रिफॉर्म, ट्रांसफॉर्मर और परफॉर्म के रास्ते पर चल रहा है और आत्मनिर्भर भारत इसे गति प्रदान कर रहा है। आत्मनिर्भर भारत अभियान पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा कि भारत निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य बन गया है जहां 2014 से भारत द्वारा ‘सुधार, परिवर्तन और प्रदर्शन’ का मार्ग अपनाया गया है। पीएम मोदी ने कहा, “एक सदी के संकट के बाद, हमने सुधारों का रास्ता अपनाया।
विकसित भारत हर भारतीय की आकांक्षा नहीं बल्कि संकल्प है
देश में निवेश की संभावनाओं को जन्म देने वाले आधुनिक और बहुआयामी बुनियादी ढांचे के विकास पर प्रकाश डालते हुए, पीएम मोदी ने बताया कि देश में परिचालन हवाई अड्डों की संख्या के साथ-साथ पिछले 8 वर्षों में राष्ट्रीय राजमार्गों के निर्माण की गति दोगुनी हो गई है। भारत की बंदरगाहों को संभालने की क्षमता और पोर्ट टर्नअराउंड में अभूतपूर्व सुधार आया है। उन्होंने कहा कि विकसित भारत हर भारतीय की आकांक्षा नहीं बल्कि संकल्प है। डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, एक्सप्रेसवे, लॉजिस्टिक पार्क, ये न्यू इंडिया की पहचान बन रहे हैं।
8 वर्षों में हमने रिफॉर्म की गति और स्केल को लगातार बढ़ाया
उन्होंने कहा कि एक स्थिर सरकार, एक निर्णायक सरकार और सही नीयत से चलने वाली सरकार ‘विकास’ को अभूतपूर्व गति देती है। देश के लिए हर जरूरी फैसले लेती है। बीते आठ वर्षों में हमने रिफॉर्म की गति और स्केल को लगातार बढ़ाया है। इस दौरान पीएम मोदी ने देश में चल रहे रिफॉर्म कार्यक्रमों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत ढांचागत परियोजनाओं में बड़ा निवेश कर रहा है। भारत में गांव-गांव तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाई जा रही है और 5जी नेटवर्क विकसित किया जा रहा है। प्रोत्साहन आधारिक की उत्पादन योजना पीएलआई के माध्यम से देश में निर्माण गतिविधियों में तेजी आई है। भारत में हरित ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में बड़ी संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री ने अपील करते हुए कहा, “मैं मप्र आने वाले निवेशकों से पीएलआई योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाने का आग्रह करता हूं
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से जुड़ी जानकारी
थीमउल्लेखनीय है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की थीम ‘मध्य प्रदेश – भविष्य के लिए तैयार राज्य’ है। इस समिट में पर्यावरण संरक्षण का खासा ध्यान रखा गया है जो पूरी तरह से कार्बन न्यूट्रल और जीरो वेस्ट पर आधारित होगा।उद्देश्यसमिट का उद्देश्य राज्य की नीतियों को बढ़ावा देना, औद्योगिक संगठनों से परामर्श कर निवेशक मित्र वातावरण बनाना, उद्योग हितैषी नीतियों का निर्माण और प्रचार-प्रसार करना है।
65 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल ले रहे भाग
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में 65 से अधिक देशों के प्रतिनिधिमंडल भाग ले रहे हैं। वहीं, इंटरनेशनल पवेलियन में 9 पार्टनर देश और 14 इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन अपने-अपने देशों के अलग-अलग पहलुओं को प्रदर्शित करेंगे।500 से ज्यादा नामी उद्योगपतिइस समिट में देश के 500 से ज्यादा नामी उद्योगपति भी हिस्सा ले रहे हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में विभिन्न विषयों पर 19 सत्र होंगे। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की थीम ‘मध्य प्रदेश – भविष्य के लिए तैयार राज्य’ है। इस समिट में पर्यावरण संरक्षण का खासा ध्यान रखा गया है जो पूरी तरह से कार्बन न्यूट्रल और जीरो वेस्ट पर आधारित होगा।