आज जब प्रधानमंत्री पूसा में किसानों से बातचीत करने गए तो भारी बारिश होने लगी।
अधिकारियों ने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि बातचीत रद्द की जा सकती है, लेकिन प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि वे बारिश के बावजूद किसानों से बातचीत करेंगे। जब छाता थामने की बात आई तो प्रधानमंत्री ने सुरक्षाकर्मियों से कहा कि वे खुद छाता थामेंगे। बल्कि उन्होंने किसानों के लिए भी छाता थामने की पेशकश की। जय अनुसंधान: नवाचार को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री का मंत्र
प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि में अनुसंधान और नवाचार पर अपने जोर को रेखांकित किया। उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री जी द्वारा गढ़े गए प्रतिष्ठित वाक्यांश “जय जवान, जय किसान” और उसके बाद अटल जी द्वारा जोड़े गए “जय विज्ञान” को याद किया।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे उन्होंने अनुसंधान और नवाचार को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए इस वाक्यांश में “जय अनुसंधान” जोड़ा है।
109 नई फसल किस्मों का विमोचन कृषि में नवाचार पर उनके फोकस का एक ठोस परिणाम है, जो अनुसंधान को जमीनी स्तर पर जीवंत बनाता है। किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती को अपनाने से महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ मिलने की उम्मीद: प्रधानमंत्री
किसानों से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि किसान धरती माता के प्रति अपनी जिम्मेदारी के प्रति जागरूक हैं और स्वेच्छा से कीटनाशकों से दूर हो रहे हैं।
प्राकृतिक खेती की ओर यह बदलाव उनके लिए बेहतर परिणाम दे रहा है।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती को तेजी से अपनाए जाने से महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ मिलने वाली हैं। प्रधानमंत्री ने किसानों को नई किस्मों को अपनाने के लिए समाधान सुझाए
प्रधानमंत्री ने किसानों से पूछा कि क्या वे बीजों की नई किस्मों का उपयोग करने के लिए तैयार हैं या दूसरों द्वारा पहले उपयोग किए जाने का इंतजार करें।
प्रधानमंत्री ने उन्हें सुझाव दिया कि वे अपनी जमीन के एक छोटे से हिस्से या चार कोनों में नई किस्म का उपयोग करें और अपने स्वयं के प्रयोग के संतोषजनक परिणामों के बाद इसका उपयोग करें। तीसरे कार्यकाल में तिगुनी गति
प्रधानमंत्री ने किसानों के लिए हाल ही में की गई पहलों का हवाला देते हुए अपने तीसरे कार्यकाल में तिगुनी गति से काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
प्रधानमंत्री ने इन नई फसल किस्मों को किसानों को समर्पित करते हुए अपार प्रसन्नता व्यक्त की।