नई दिल्ली, 22 अप्रैल 2025, मंगलवार। 22 अप्रैल मंगलवार की दोपहर गुजरात के अमरेली जिले के लिए एक काला दिन साबित हुई, जब एक निजी प्रशिक्षण विमान शास्त्री नगर के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह हादसा न केवल एक मानवीय त्रासदी बनकर उभरा, बल्कि विमानन सुरक्षा और प्रशिक्षण प्रक्रियाओं पर गंभीर सवाल भी खड़े करता है। इस दुर्घटना में दो पायलट सवार थे, जिनमें से एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
हादसे का घटनाक्रम
दोपहर करीब 12:30 बजे, अमरेली के गिरीया रोड इलाके में एक जोरदार धमाका सुनाई दिया। यह धमाका उस समय हुआ जब वीजन फ्लाइंग इंस्टीट्यूट, अमरेली के एक प्रशिक्षण विमान ने एक पेड़ से टकराने के बाद खुले भूखंड में क्रैश लैंडिंग की। विमान में आग लग गई, जिससे आसपास के इलाके में दहशत फैल गई। स्थानीय निवासियों ने तुरंत पुलिस और दमकल विभाग को सूचित किया।
अमरेली के डिप्टी एसपी चिराग देसाई ने बताया कि विमान में सवार पायलट अनिकेत महाजन की इस हादसे में मौके पर ही मौत हो गई। दूसरे पायलट, जिनकी पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, को गंभीर चोटों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फायर ऑफिसर एचसी गढ़वी ने कहा, “सूचना मिलते ही हमारी टीमें मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया। विमान में एक पायलट दिखाई दे रहा था, जिसे तुरंत अस्पताल भेजा गया, लेकिन उनकी मृत्यु हो चुकी थी।”
विमान और प्रशिक्षण संस्थान
दुर्घटनाग्रस्त विमान एक निजी कंपनी, वीजन फ्लाइंग इंस्टीट्यूट का था, जो दिल्ली स्थित एक विमानन अकादमी द्वारा संचालित किया जाता है। यह संस्थान अमरेली हवाई अड्डे से पायलट प्रशिक्षण के लिए उड़ानें संचालित करता है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह विमान प्रशिक्षण उड़ान पर था, जब यह हादसा हुआ। विमान के क्रैश होने का सटीक कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस ने आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय प्रभाव और त्वरित कार्रवाई
हैरानी की बात यह रही कि विमान रिहायशी इलाके में गिरने के बावजूद कोई अन्य व्यक्ति घायल नहीं हुआ। विमान का पेड़ से टकराकर खुले भूखंड में गिरना शायद एक बड़े हादसे को टालने का कारण बना। स्थानीय पुलिस और दमकल विभाग की चार टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया। अमरेली के एसपी खरात ने बताया कि जांच के लिए विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो विमान के ब्लैक बॉक्स और अन्य तकनीकी पहलुओं की पड़ताल करेंगी।
विमानन सुरक्षा पर सवाल
यह हादसा हाल के दिनों में गुजरात में होने वाली दूसरी विमान दुर्घटना है। कुछ हफ्ते पहले, मेहसाना जिले में एक अन्य प्रशिक्षण विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें एक महिला प्रशिक्षु पायलट घायल हो गई थी। इन घटनाओं ने निजी विमानन अकादमियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले विमानों की रखरखाव प्रक्रियाओं और प्रशिक्षण मानकों पर सवाल उठाए हैं। क्या इन विमानों की नियमित जांच और पायलटों को दिए जाने वाले प्रशिक्षण में कोई कमी है? यह सवाल जांच के नतीजों के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा।
मानवीय क्षति और संवेदना
इस हादसे ने एक युवा पायलट की जान ले ली, जिसने अपने सपनों को उड़ान देने के लिए विमानन के क्षेत्र में कदम रखा था। अनिकेत महाजन की मृतDEN और उनके परिवार के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। घायल पायलट की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है, और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की जा रही है। इस त्रासदी ने न केवल उनके परिवारों, बल्कि पूरे अमरेली समुदाय को झकझोर कर रख दिया है।
आगे की राह
यह दुर्घटना हमें विमानन सुरक्षा के महत्व को फिर से याद दिलाती है। निजी प्रशिक्षण संस्थानों को अपने विमानों की तकनीकी जांच और रखरखाव के लिए कड़े मानक अपनाने होंगे। साथ ही, नियामक संस्थाओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न दोहराई जाएं। जांच के नतीजे न केवल इस हादसे के कारणों को उजागर करेंगे, बल्कि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए नीतिगत बदलावों का आधार भी बन सकते हैं।