नई दिल्ली, 9 दिसंबर 2024, सोमवार। प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुआ है। इस एक्ट की संवैधानिकता को लेकर होने वाली सुनवाई के मद्देनजर सीपीएम सुप्रीम कोर्ट पहुंची है और एक अर्जी दाखिल की है। सीपीएम ने अपनी अर्जी में प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 का बचाव किया है और कहा है कि यह एक संवैधानिक कानून है, इसलिए इसे बरकरार रखना चाहिए।
इस एक्ट के मुख्य प्रावधानों में से एक यह है कि यह किसी भी पूजा स्थल को पूरी तरह या आंशिक रूप से किसी दूसरे संप्रदाय में बदलने पर रोक लगाता है। इसके अलावा, यह एक्ट सभी नागरिकों की समानता, गैर-भेदभाव और धर्म की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने वाला माना जाता है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस एक्ट की संवैधानिक वैधता को चुनौती देने वाली लंबित याचिकाओं पर सुनवाई के लिए एक विशेष पीठ का गठन किया है। यह पीठ इसी हफ्ते 12 दिसंबर से इस मामले की सुनवाई करेगी।