पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि देश के वाहन उद्योग को फ्लेक्सी ईंधन यानी एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल वाले वाहनों को विभिन्न कीमतों पर मुहैया कराना होगा। इससे मिश्रित ईंधन वाली प्रौद्योगिकी अपनाने की दर तेज करने में मदद मिलेगी। सोसायटी ऑफ इंडिया ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सरकार फ्लेक्सी ईंधन की बिक्री के लिए आपूर्ति, नीति और मांग से जुड़े मुद्दों पर उद्योग जगत को पूरा समर्थन देगी।
सरकार फ्लेक्सी ईंधन से चलने वाले वाहनों को प्रोत्साहन देने की नीति पर चल रही है। ई10 श्रेणी वाले फ्लेक्सी ईंधन में पेट्रोल के साथ 10 फीसदी व ई20 श्रेणी में 20 फीसदी एथेनॉल मिलाया जाता है। पुरी ने कहा कि मेरा मानना है कि हमें फ्लेक्सी ईंधन से चलने वाले वाहनों को विभिन्न कीमत स्तरों पर मुहैया कराने की जरूरत है। इसमें दोपहिया-तिपहिया वाहन भी शामिल हैं। साथ ही हमें यह विकल्प जल्दी मुहैया कराना होगा।
पांच साल पहले ही पूरा होगा उत्पादन लक्ष्य
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, सरकार ई20 ईंधन पेश करने के लिए तैयार है। हमें भरोसा है कि ई20 ईंधन का 1,000 करोड़ लीटर उत्पादन का लक्ष्य पांच साल से पहले ही हासिल कर लिया जाएगा। अप्रैल, 2023 तक चुनिंदा पेट्रोल पंप पर ई20 ईंधन उपलब्ध कराने की पायलट परियोजना के लिए हम तैयार होंगे।
2025 तक ई20 ईंधन से भारत हर साल करीब 30,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत कर पाएगा।
दो गुना बढ़े जैव ईंधन बेचने वाले पेट्रोल पंप
पुरी ने कहा कि पिछले पांच साल में जैव ईंधन बेचने वाले पेट्रोल पंपों की संख्या में 2.26 गुना से ज्यादा इजाफा हुआ है। 2016-17 में देशभर में ऐसे 29,897 पेट्रोल पंप थे, जिनकी संख्या 2021-22 में बढ़कर 67,641 पहुंच गई।