वाराणसी, 27 मई 2025, मंगलवार। वाराणसी से एक हैरान करने वाली कहानी सामने आई है, जहां 3,848 लोग, जो इस दुनिया को अलविदा कह चुके हैं, उनके बैंक खातों में वृद्धावस्था पेंशन की रकम चुपके-चुपके जमा हो रही थी! जी हां, ये कोई भूत-प्रेत की कहानी नहीं, बल्कि एक सनसनीखेज खुलासा है, जिसने सबको चौंका दिया। सूत्रों की मानें तो यह राशि 2 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की हो सकती है, और यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। अब प्रशासन इस रकम को वापस लाने के लिए कमर कस चुका है, लेकिन आइए, पहले इस रहस्य की परतें खोलते हैं!
वाराणसी में पेंशन का गणित: कितने लोग, कितनी रकम?
वाराणसी में 1,19,086 बुजुर्गों को उत्तर प्रदेश सरकार की वृद्धावस्था पेंशन का लाभ मिलता है। समाज कल्याण विभाग के जरिए हर महीने 1,000 रुपये की पेंशन इन बुजुर्गों के खातों में पहुंचती है, यानी हर तीन महीने में 3,000 रुपये की राशि सीधे उनके बैंक खातों में जमा होती है। लेकिन इस बार जांच में जो खुलासा हुआ, उसने सबको हैरत में डाल दिया।
रहस्य का पर्दाफाश: कैसे खुली पोल?
हर साल समाज कल्याण विभाग वित्तीय वर्ष की शुरुआत में लाभार्थियों का सत्यापन करता है, ताकि यह पक्का हो सके कि पेंशन सिर्फ जीवित लोगों तक ही पहुंचे। यह प्रक्रिया मई तक पूरी हो जाती है, ताकि जून में तिमाही पेंशन खातों में डाली जा सके। इस बार अप्रैल 2025 से शुरू हुई जांच में अब तक 1,17,334 लाभार्थियों का सत्यापन हो चुका है। और यहीं से सामने आया चौंकाने वाला सच—3,848 ऐसे बुजुर्गों के नाम सामने आए, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके खातों में पेंशन की रकम बेरोकटोक जमा हो रही थी! अभी 1,752 लोगों की जांच बाकी है, और विभाग का दावा है कि एक हफ्ते में यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
अब क्या होगा?
समाज कल्याण विभाग के अधिकारी गिरीश चंद्र दुबे ने बताया कि मृत लाभार्थियों के खातों में जमा रकम को होल्ड करने के लिए बैंकों को पत्र लिखा जा रहा है। साथ ही, इस राशि को वापस वसूलने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। यानी, अब उन खातों से पैसे निकालने की कोशिश बेकार है, क्योंकि प्रशासन की नजरें अब इन पर टिकी हैं!
नया नियम, नई व्यवस्था: पेंशन का ‘आधार’ बनेगा आधार
इस गड़बड़ी को देखते हुए सरकार अब सख्त कदम उठाने जा रही है। समाज कल्याण विभाग ने फैसला किया है कि अब हर तीन महीने में उन लाभार्थियों का सत्यापन होगा, जिनके खातों से लगातार तीन महीने तक पेंशन की रकम नहीं निकाली गई। इतना ही नहीं, अब पेंशन खातों को आधार से जोड़ा जाएगा, ताकि लाभार्थी अपने नजदीकी AEPS केंद्र पर सिर्फ अंगूठा लगाकर पेंशन की रकम हासिल कर सकें। यह कदम न केवल पारदर्शिता लाएगा, बल्कि ऐसी गड़बड़ियों पर भी लगाम लगाएगा।