पाकिस्तान की सियासत में इन दिनों बहुत कुछ चल रहा है। एक तरफ इमरान खान सरकार के खिलाफ आजादी मार्च का एलान कर चुके हैं, तो दूसरी तरफ सेना के खिलाफ उनके जुबानी हमले भी जारी हैं।
इस बीच इमरान खान की पार्टी के एक सांसद आजम खान स्वाति ने आईएसआई व सेना पर बड़े आरोप लगाए हैं। उन्होंने सैन्य अधिकारियों पर हिरासत के दौरान प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। दरअसल, आजम खान स्वाति ने 13 अक्तूबर को सेना प्रमुख जनरल बाजवा के खिलाफ एक ट्वीट पोस्ट किया था, जिसके बाद उन्हें एफआईए ने गिरफ्तार कर लिया था।
सैन्य अधिकारियों के नाम का किया खुलासा
आजम खान स्वाति ने शुक्रवार को प्रेसवार्ता का आयोजन कर सैन्य अधकारियों के नाम का भी खुलासा कर दिया। उन्होंने कहा, हिरासत के दौरान आईएसआई मेजर जनरल फैसल व सेक्टर कमांडर ब्रिगेडियर फहीम द्वारा उन्हें प्रताड़ित किया गया और गंभीर यातानाएं दी गईं। इस दौरान उन्होंने इस मामले की कड़ी जांच और दोनों को पद से बर्खास्त करने की मांग की।
खत्म हो आईएसआई की राजनीतिक शाखा
प्रेसवार्ता के दौरान आजम खान स्वाति ने कहा कि आईएसआई पाकिस्तान की रीढ़ है, लेकिन इसके राजनीतिकरण को खत्म किया जाना चाहिए। उन्होंने सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से सेवानिवृत्ति से पहले आईएसआई की राजनीतिक शाखा को समाप्त करने की अपील की। उन्होंने कहा, पार्टी का उद्देश्य सेना व आईएसआई का बदनाम करना नहीं, बल्कि उसकी कमियों को उजागर करना है।
इमरान ने दी थी पोल खोलने की धमकी
इससे पहले इमरान खान ने आईएसआई की पोल करने की धमकी दी थी। इमरान ने कहा, “कल हुई सेना और आईएसआई की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस शेख रशीद के बयानों से ज्यादा राजनीतिक थी।” उन्होंने धमकाने के अंदाज में कहा, “ध्यान से सुनो डीजी आईएसआई, जो मैं जानता हूं, उस पर मैं सिर्फ अपने संस्थानों और देश के लिए चुप बैठा हूं। मैं अपने देश को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता। जब हम संस्थानों की आलोचना करते हैं, तो यह आपके भले के लिए होता है। मैं काफी कुछ बोल सकता हूं और जवाब दे सकता हूं। पर मैं इस संस्थान को कमजोर नहीं करना चाहता।”
सरकार ने मार्च के कवरेज पर लगाई रोक
वहीं, पाकिस्तान की सरकार ने इमरान खान के आजादी मार्च की कवरेज पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। बता दें, इमरान खान की ओर से शुक्रवार को आजादी मार्च के एलान के साथ ही हजारों कार्यकर्ता लाहौर से इस्लामाबाद के लिए कूच कर गए थे।