बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल) ने बीओपी साम्मेके के पास भारत में प्रवेश कर रहे कसूर नाले (सतलुज नदी) से पाकिस्तानी नाव बरामद की है। बीएसएफ की बटालियन-136 ने नाव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। बता दें कि इससे पहले भी पाकिस्तानी नाव नदी से बरामद हो चुकी हैं लेकिन खुफिया एजेंसियां व बीएसएफ सुराग नहीं लगा पाई है कि नाव पर कौन लोग हैं जो भारतीय सीमा में नदी के रास्ते प्रवेश होते हैं।
खुफिया सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को अलसुबह तीन बजे गश्त कर रहे बीएसएफ के जवानों ने नदी में पाकिस्तानी नाव देखी। जवानों ने नाव को कब्जे में लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। नाव हरे रंग की थी, जिसमें कुछ बरामद नहीं हुआ है। मालूम हो कि बीएसएफ की बीओपी साम्मेके पास सतलुज नदी पाकिस्तान से भारत में प्रवेश करती है, जिसे पाकिस्तानी पाक कसूर नाला कहते हैं।
यहां से बीएसएफ कई बार हेरोइन की खेप पकड़ चुकी है, क्योंकि पाक तस्कर जलकुंभी में हेरोइन रखकर नदी के रास्ते भारत भेजते हैं। यही नहीं इसी रास्ते से कई बार पाकिस्तानी नाव भारत आ चुकी है। इस नाव पर कौन लोग आते हैं, उनका आज तक न तो खुफिया एजेंसियां पता लगा पाईं और न ही बीएसएफ।
सरहद से सटे गांव गट्टी राजोके, टिंडी वाला व निहाला किलचा से कई तस्करों को पुलिस व बीएसएफ पकड़ चुकी है। इनके पाकिस्तानी तस्करों से गहरे संबंध हैं। एक बार पाकिस्तानी नाव गांव टिंडी वाला की तरफ से गुजरते सतलुज नदी के किनारे मिली थी, जिसमें से कुछ लोग उतरे थे। इस संबंध में पांव के निशान मिले थे। इसी तरह एक बार हुसैनीवाला हेडवर्क्स के पास गांव अलीके से पाकिस्तानी नाव बरामद हुई थी।