इस्लामाबाद, 11 जून 2025, बुधवार: भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन सिंदूर (6-10 मई) ने पाकिस्तानी वायुसेना को गहरे जख्म दिए हैं। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के 11 प्रमुख एयरबेस, न्यूक्लियर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर और अहम सैन्य संसाधनों को भारी नुकसान पहुंचा। नुकसान की भरपाई के लिए पाकिस्तान ने 30 से अधिक टेंडर जारी किए हैं, जिनमें JF-17 लड़ाकू विमानों, C-130J ट्रांसपोर्ट विमानों, सैन्य वाहनों, आईटी उपकरणों और साइबर सिक्योरिटी टेस्टिंग से जुड़े कार्य शामिल हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तानी वायुसेना की कमर तोड़ी
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के नूर खान, सरगोधा, जकोकाबाद, रिसालपुर, मियांवाली, मसरूर, फैसल और रफीकी जैसे प्रमुख एयरबेस पर सटीक हमले किए। इन हमलों में पाकिस्तानी वायुसेना के पांच फाइटर जेट, एक C-130J और एक अवैक्स टोही विमान सहित कुल सात एयरक्राफ्ट नष्ट हो गए। 6-7 मई को हुई डॉग फाइट में दो JF-17 विमान मार गिराए गए, जबकि शेष 9-10 मई को एयरबेस पर हमलों में तबाह हुए।
सरगोधा एयरबेस, जहां पाकिस्तान का न्यूक्लियर कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थित है, को विशेष रूप से निशाना बनाया गया। किराना हिल्स के पास बमबारी ने पूरे पाकिस्तान को हिलाकर रख दिया। जकोकाबाद के शहबाज एयरबेस पर हुए हमले में एक स्क्वाड्रन लीडर समेत पांच सैनिकों की मौत हुई, जबकि अपुष्ट सूत्रों ने मृतकों की संख्या 50 तक बताई। हमले में इस बेस की फायरिंग रेंज को गंभीर नुकसान पहुंचा, जिसके लिए 2025-26 के लिए नया टेंडर जारी किया गया है।
टेंडरों की बौछार: नुकसान की गहराई का सबूत
पाकिस्तानी वायुसेना ने नुकसान की भरपाई के लिए व्यापक स्तर पर टेंडर जारी किए हैं। इनमें शामिल हैं:
नूर खान एयरबेस: JF-17 और C-130J की मरम्मत, रेडियो सेट, पीसी उपकरण और डी-लेवल सर्विसिंग के लिए टेंडर। यह एयरबेस C-130 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट विमानों का प्रमुख केंद्र है।
एमईएस रावलपिंडी: सैन्य वाहनों की मरम्मत के लिए 35 लाख रुपये का टेंडर। गैरीसन इंजीनियर ने निर्माण, मरम्मत और आपूर्ति के लिए अलग टेंडर निकाला।
सरगोधा: न्यूक्लियर कमांड सेंटर की सुरक्षा के लिए आईटी उपकरणों की खरीद का बड़ा टेंडर।
जकोकाबाद: शहबाज एयरबेस की क्षतिग्रस्त फायरिंग रेंज के पुनर्निर्माण के लिए टेंडर।
इस्लामाबाद: हेडक्वार्टर चीफ मेंटेनेंस (एयर) ने सभी एयरबेस की साइबर सिक्योरिटी टेस्टिंग के लिए टेंडर जारी किया।
इसके अतिरिक्त, रिसालपुर, कलार-कहार, मियांवाली, मसरूर, फैसल, रफीकी, मुरीद, लाहौर और गुजरांवाला एयरबेस के लिए भी मरम्मत, स्पेयर पार्ट्स और आईटी उपकरणों के टेंडर निकाले गए हैं।
कमांड सेंटर और सैन्य संसाधनों पर गहरा आघात
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को बड़े पैमाने पर नष्ट किया। इसके चलते रेडियो सेट, पीसी उपकरण और डी-लेवल स्पेयर पार्ट्स की भारी कमी हो गई। सैन्य वाहनों की मरम्मत के लिए अलग से टेंडर जारी किए गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इन हमलों ने पाकिस्तानी वायुसेना की परिचालन क्षमता को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
पाकिस्तान की चुनौती, भारत की रणनीतिक जीत
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल पाकिस्तानी वायुसेना को सैन्य नुकसान पहुंचाया, बल्कि उसकी रणनीतिक तैयारियों को भी झटका दिया। सरगोधा और जकोकाबाद जैसे संवेदनशील एयरबेस पर हमलों ने पाकिस्तान की रक्षा प्रणाली की कमजोरियों को उजागर किया। टेंडरों की संख्या और उनके दायरे से स्पष्ट है कि पाकिस्तान को नुकसान की भरपाई में लंबा समय और भारी संसाधन लगेंगे।
भारतीय वायुसेना की इस कार्रवाई ने क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्य में भारत की रणनीतिक बढ़त को और मजबूत किया है। दूसरी ओर, पाकिस्तानी वायुसेना के सामने अब अपनी रक्षा क्षमता को पुनर्जनन करने की कठिन चुनौती है।