वाराणसी, 11 फरवरी 2025, मंगलवार। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में 648वीं संत रविदास जयंती के अवसर पर एक चित्रकला और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह प्रतियोगिता बीएचयू बहुजन (एससी, एसटी, ओबीसी, एससी, एसटी, माइनॉरिटी संघर्ष समिति) द्वारा मधुबन वाटिका, बीएचयू में आयोजित की गई थी।
प्रतियोगिता में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिन्होंने संत गुरु रविदास जी की शिक्षाओं और महान बहुजन नेताओं के जीवन संघर्ष पर अपनी रचनात्मकता प्रदर्शित की। प्रतियोगिता का उद्घाटन आईएमएस बीएचयू के निर्देशक प्रोफेसर एसएन शंखवार ने किया और इसकी अध्यक्षता प्रतिष्ठित संकाय सदस्यों ने की, जिनमें प्रोफेसर बी राम (आयुर्वेद), प्रोफेसर एमपी अहिरवार (एआईएचसी), प्रोफेसर लक्ष्मी गौतम (आयुर्वेद), डॉ. नज़र हुसैन (मेडिकल केमिस्ट्री), डॉ. रिंगजिन लामो (आयुर्वेद), डॉ. रविशंकर खत्री (आयुर्वेद), डॉ. बिद्युत के. आर. पात्रा (सीएसई, आईआईटी बीएचयू), डॉ. डॉयल हलदर (आईएमएस), डॉ. राजीव कुमार (गणित आईआईटी बीएचयू), प्रोफेसर एस के भारतीय (आई एम एस), लेखक श्रीराम अर्श और वाराणसी के डीआईजी हृदेश शामिल थे।
कार्यक्रम की शुरुआत बीएचयू के छात्र शशि, ज्ञानेंद्र, शैलेश, रविंद्र भारती, सलोनी और प्रोमित द्वारा प्रस्तुत बुद्ध वंदना से हुई। इसके बाद प्रोफेसर एसएन शंखवार ने उद्घाटन भाषण दिया, जिसमें कार्यक्रम के विषय के महत्व पर प्रकाश डाला गया। प्रोफेसर शंखवार और उनके सम्मानित सहयोगियों द्वारा आयोजित रिबन-कटिंग समारोह ने प्रतियोगिताओं की आधिकारिक शुरुआत को चिन्हित किया।
चित्रकला और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता दोपहर 12:00 बजे शुरू हुई। प्रतियोगिता के विजेताओं को 12 फरवरी 2025 को के एन उडप्पा सभागार में पुरस्कार दिए जाएंगे। यह कार्यक्रम संत गुरु रविदास जी की शिक्षाओं और बहुजन नेताओं के संघर्ष के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने में सफल रहा।