नई दिल्ली, 22 जुलाई 2025: संसद के मकर द्वार पर मंगलवार को विपक्षी इंडिया गठबंधन ने जोरदार प्रदर्शन किया। बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राजद के मनोज झा और मीसा भारती समेत कई सांसदों ने इस विरोध में हिस्सा लिया।
‘वोटबंदी बंद करो’ का नारा
विपक्षी सांसदों ने ‘नहीं चलेगा, एसआईआर नहीं चलेगा’ और ‘वोटबंदी बंद करो’ के नारे लगाते हुए सरकार और निर्वाचन आयोग पर दबाव बनाया। कई सांसदों ने तख्तियां थाम रखी थीं, जिन पर एसआईआर के खिलाफ नारे लिखे थे। कांग्रेस सांसद सैयद नासिर हुसैन ने कहा, “रातों-रात लाखों लोगों को मतदाता सूची से हटाना लोकतंत्र पर हमला है। सरकार और आयोग को तुरंत कदम पीछे खींचने होंगे।”
रणनीति पर मंथन
प्रदर्शन से पहले इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद में बैठक कर मानसून सत्र की रणनीति तय की। सूत्रों के अनुसार, बैठक में एसआईआर के मुद्दे को संसद में पुरजोर तरीके से उठाने और राहुल गांधी को लोकसभा में बोलने का अवसर सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। उधर, कांग्रेस संसदीय दल की अलग बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने पार्टी की संसदीय रणनीति को अंतिम रूप दिया।
विपक्ष के इस आक्रामक तेवर से संसद के मानसून सत्र में हंगामेदार बहस के आसार हैं। एसआईआर का मुद्दा अब संसद से सड़क तक गूंज रहा है, और विपक्ष ने इसे जनता के वोट के अधिकार से जोड़कर सरकार को कठघरे में खड़ा करने की ठान ली है।