नई दिल्ली, 28 मई 2025, बुधवार। भारत का ऑपरेशन सिंदूर इतिहास में एक ऐसी मिसाल बन गया है, जिसने दुनिया को भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ता का अहसास कराया। यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ शुरू किया गया था, लेकिन पाकिस्तानी सेना की गलत हरकतों ने इसे और व्यापक बना दिया। भारत की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान हुआ, जिसकी पुष्टि नई सैटेलाइट तस्वीरों से हुई है।
मैक्सार टेक्नोलॉजीज की सैटेलाइट तस्वीरें
मैक्सार टेक्नोलॉजीज ने पाकिस्तान के मुरीदके और नूरखान एयरबेस की सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं, जो भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद हुए नुकसान को स्पष्ट दिखाती हैं। नूरखान एयरबेस, जो रावलपिंडी के चकला में स्थित है और पाकिस्तानी वायुसेना का महत्वपूर्ण केंद्र है, का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह ध्वस्त हो गया। यहाँ सी-130, हरक्यूलिस और आईएल-78 जैसे विमान तैनात रहते हैं। वहीं, मुरीदके फॉरवर्ड ऑपरेशनल बेस में बर्राक, बायरक्तर टीबी2 और विंग लूंग 2 जैसे ड्रोनों को रखा जाता था, जिसके कमांड सेंटर को भारी क्षति पहुँची। तस्वीरों में दिखता है कि कमांड और कंट्रोल बिल्डिंग को संरचनात्मक नुकसान हुआ, साथ ही भूमिगत भंडारण सुविधाएँ भी प्रभावित हुईं।
मुरीदके बेस का नुकसान
सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार, मुरीदके बेस में 250×250 मीटर का डबल फेंस्ड कंपाउंड, 4 गार्ड टावर, और 5 भूमिगत भंडारण प्रवेश बिंदु थे। भारतीय हमले में एक गहरे छेदक बंकर बस्टर ने विशेष हथियार भंडार को निशाना बनाया, जिससे अंदर मौजूद सामग्री जल गई। विस्फोट के दरवाजों ने बाहर के नुकसान को रोका, लेकिन भीतरी गर्मी ने छत की वनस्पति को जला दिया। इसके अलावा, शाहपुर-I, बायरक्तर टीबी2, और बायरक्तर अकिनसी जैसे ड्रोन बेड़े को भी नुकसान पहुँचा।
ऑपरेशन की पृष्ठभूमि
पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी, जिसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस दौरान पाकिस्तान और पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग और 100-150 आतंकी मारे गए। पाकिस्तानी सेना ने इसके बाद भारत के शहरों पर हमले की कोशिश की, लेकिन भारत की त्वरित और प्रभावी जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुँचाया। अंततः पाकिस्तान को सीजफायर के लिए मजबूर होना पड़ा, हालाँकि उसने बाद में भी सीमा पर गोलीबारी की।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और आतंकी समर्थन
पाकिस्तान के मंत्री राणा तनवीर हुसैन ने मुरीदके के तबाह हुए लश्कर-ए-तैयबा के ठिकानों का दौरा कर नुकसान की भरपाई और आतंकियों के परिवारों को सहायता का आश्वासन दिया। नए वीडियो में आतंकियों ने दावा किया कि हमले से पहले हाफिज सईद के ट्रेनिंग कैंपों से ज्यादातर लोगों को हटा लिया गया था। यह दर्शाता है कि पाकिस्तान सरकार आतंकी गतिविधियों को फिर से शुरू करने की कोशिश में है।