✍️ विकास यादव
वाराणसी, 7 मई 2025, बुधवार। जब आधी रात को देश गहरी नींद में था, तब हमारी वीर भारतीय सेना ने पाकिस्तान की धरती पर आतंक के आकाओं को नींद से हमेशा के लिए सुला दिया। ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के तहत सेना ने 9 आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया, उन आतंकियों को जहन्नुम की सैर कराई जिन्होंने पहलगाम में निर्दोषों का खून बहाया और बहनों का सिन्दूर छीनने की हिमाकत की थी। भारत के इस शौर्य ने न सिर्फ आतंकियों को सबक सिखाया, बल्कि पूरे देश में उत्साह की लहर दौड़ा दी।

वाराणसी में जश्न का रंग, हिंदू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इस ऐतिहासिक जीत का जश्न अनोखे अंदाज में मना। विशाल भारत संस्थान के सुभाष भवन में तिरंगे की लहर के साथ बैंड-बाजे गूंजे। कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे, ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ के नारों ने आसमान को गूंजायमान कर दिया। महिलाएं पटाखे फोड़ती नजर आईं, तो कुछ ने एक-दूसरे को मिठाइयां खिलाकर खुशी बांटी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के मंदिर में मिठाई चढ़ाई गई, मानो देश की इस जीत को उनके आशीर्वाद से जोड़ा गया। हिंदू-मुस्लिम भाइयों ने एक साथ मिलकर होली के रंगों सा जश्न मनाया, जो एकता और भाईचारे की जीवंत तस्वीर थी।
‘सिन्दूर की ताकत दिखाई, आतंक की फैक्ट्री उड़ाई’
विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव ने इस मौके पर जोश भरे अंदाज में कहा, “पहलगाम में आतंकियों ने हमारी बहनों का सिन्दूर उजाड़ा, धर्म पूछकर गोलियां चलाईं। लेकिन हमारी सेना ने बिना धर्म पूछे आतंक के गढ़ को तबाह कर दिया। लश्कर, जैश और हिजबुल जैसे आतंकी संगठनों के ठिकाने ध्वस्त कर दिए गए। यह प्रधानमंत्री मोदी का आतंक के खिलाफ निर्णायक प्रहार है।” उन्होंने आगे कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है, अब लक्ष्य है पीओके को वापस लाना। “सीमा पर सेना दुश्मनों का सामना कर रही है, और हम देश के भीतर गद्दारों से निपटने को तैयार हैं।”

‘पाकिस्तान तिरंगा थाम ले, वरना…’
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. नजमा परवीन ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा, “हमारी सेना ने अपने शौर्य से पाकिस्तान को उसकी औकात दिखा दी। यह बदला अभी पूरा नहीं हुआ। अगर पाकिस्तान अपनी सलामती चाहता है, तो उसे भारत का तिरंगा थाम लेना चाहिए। हमारी सेना दयालु है, शायद उन्हें बख्श दे।” उन्होंने कराची और लाहौर में तिरंगा फहराने का दावा करते हुए पाकिस्तानी नागरिकों से आतंक के खिलाफ भारत का साथ देने की अपील की।
मोदी को बधाई, सेना को सलाम
वाराणसी की गलियों में जश्न के बीच कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस साहसिक कदम के लिए बधाई दी। महिलाओं ने विशेष रूप से ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ के नाम की सराहना की, जो पहलगाम में शहीद हुए पतियों की याद में रखा गया। यह नाम न सिर्फ बदले की आग को दर्शाता है, बल्कि भारतीय नारी के सम्मान और शक्ति का प्रतीक भी है।

आतंक के खिलाफ एकजुट भारत
‘ऑपरेशन सिन्दूर’ न केवल सैन्य शक्ति का प्रदर्शन है, बल्कि भारत की एकता और संकल्प का प्रतीक भी है। वाराणसी का यह जश्न पूरे देश के मिजाज को बयां करता है। हिंदू-मुस्लिम भाईचारा, सेना का शौर्य और देशवासियों का जोश—यह सब मिलकर बता रहा है कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा। आतंकियों के लिए अब न कोई ठिकाना बचा है, न ही कोई पनाह। जैसा कि सुभाष भवन में गूंजा—’जय हिंद, जय भारत!’