लखनऊ, 19 मई 2025, सोमवार: कल्याण सिंह सनातन सेवा समिति द्वारा विशालखण्ड, गोमतीनगर स्थित सीएमएस सभागार में ‘एक राष्ट्र एक चुनाव क्यों’ विषय पर प्रबुद्ध संगोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य वक्ता आचार्य मिथिलेशनंदिनी शरण ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव देशहित में है। इससे आर्थिक बोझ कम होगा। पहले लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होते थे, जो किसी कारणवश रुक गया। यह व्यवस्था भारत की आवश्यकता है और इसके लिए जनजागरूकता जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत की लोकतांत्रिक संरचना, भौगोलिक एकता और विविधता के लिए यह व्यवस्था उपयुक्त है।
मुख्य अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव जनतंत्र और राष्ट्रीय एकता के लिए उपयोगी है। इसका विरोध करने वाले संवैधानिक भावना का सम्मान नहीं करते। यह केवल चुनाव का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय संप्रभुता का विषय है। उन्होंने अमेरिकी और भारतीय संविधान के अंतर को स्पष्ट करते हुए कहा कि अमेरिकी राज्य समझौते से बने, जबकि भारत में राज्य राष्ट्र द्वारा निर्मित हैं, और संसद को संशोधन का अधिकार है।
समिति के अध्यक्ष प्रशान्त भाटिया ने कहा कि एक साथ चुनाव से धन की बचत होगी, जिसे जनहित के कार्यों में उपयोग किया जा सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता न्यायमूर्ति रंगनाथ पाण्डेय ने की। श्रीमती ऋचा मिश्रा, आत्मप्रकाश मिश्रा, प्रो. संजय गुप्ता सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। मंच संचालन आत्मप्रकाश मिश्रा ने किया।