संविधान दिवस के मौके पर संसद में आयोजित कार्यक्रम में विपक्षी दलों द्वारा शामिल न होने पर प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम किसी दल का नहीं था। उन्होंने बिना नाम लिए कांग्रेस पर हमले किए। इस कार्यक्रम को राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति व लोकसभा स्पीकर ने भी संबोधित किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सांसदों से उनके संसदीय आचरण के बारे में कहा कि संसद लोकतंत्र का मंदिर है। पूजा-गृहों, इबादत-गाहों जैसा ही आचरण वे यहां करें।
पीएम ने कहा कि यह कार्यक्रम किसी राजनैतिक दल का नहीं था। किसी प्रधानमंत्री का नहीं था। यह कार्यक्रम स्पीकर पद की गरिमा थी। हम संविधान की गरिमा बनाए रखें। हम कर्त्तव्य पथ पर चलते रहें।