लखनऊ, 04 अगस्त 2025: उत्तर प्रदेश में बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंत्रिगण और प्रशासन ग्राउंड जीरो पर डटकर राहत कार्यों में जुट गए हैं। बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और बचाव अभियान युद्धस्तर पर चल रहा है। मुख्यमंत्री की सतत निगरानी में राहत कार्यों में पारदर्शिता, त्वरितता और मानवीय संवेदना को प्राथमिकता दी जा रही है। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पीएसी की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में 24×7 सक्रिय हैं, ताकि कोई भी पीड़ित सहायता से वंचित न रहे।
जालौन-हमीरपुर में स्वतंत्र देव सिंह का दौरा
कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने रविवार को जालौन और हमीरपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। राहत शिविरों में पहुंचकर उन्होंने पीड़ितों से संवाद किया और स्वच्छ पेयजल, भोजन, चिकित्सा और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “राहत कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।”
प्रयागराज में नंदी का नाव से भ्रमण
प्रयागराज में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने नाव से बाढ़ग्रस्त इलाकों का जायजा लिया और राहत सामग्री वितरित की। उन्होंने अधिकारियों को बचाव कार्यों में तेजी लाने और शिविरों में सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
इटावा में धर्मवीर प्रजापति की सक्रियता
राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने इटावा के जलमग्न गांवों में नाव से पहुंचकर पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी। उन्होंने भोजन, पेयजल, चिकित्सा और पशुचारे की व्यवस्था की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को समयबद्ध और पारदर्शी कार्यवाही के लिए कहा।
बलिया में दयाशंकर मिश्र का निरीक्षण
बलिया में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’ ने गंगा तटवर्ती क्षेत्रों का मोटरबोट से दौरा किया। तटबंधों की स्थिति, नावों की उपलब्धता और स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेते हुए उन्होंने 24×7 निगरानी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “हर पीड़ित तक सहायता तत्काल पहुंचे, यही सरकार का लक्ष्य है।”
जालौन में संजय गंगवार की पहल
राज्य मंत्री संजय गंगवार ने जालौन में राहत शिविरों का दौरा कर पीड़ितों को सामग्री वितरित की। जलजनित रोगों की रोकथाम और चिकित्सा व्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने त्वरित समस्या निवारण के निर्देश दिए।
वाराणसी में नीलकंठ तिवारी का घर-घर दौरा
वाराणसी में विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने कोनिया और राजघाट के बाढ़ग्रस्त घरों में पैदल और नाव से पहुंचकर 35 किलो खाद्यान्न, तिरपाल, सैनिटरी पैड, साबुन, डेटॉल जैसी सामग्री बांटी। उन्होंने शिविरों में दूध, फल, बिजली, फॉगिंग और साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने के साथ ही चोरी रोकने के लिए पुलिस पेट्रोलिंग के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री की सतत निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं सभी प्रभावित जिलों की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने राहत कार्यों में त्वरितता और संवेदनशीलता को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए हैं। सरकार की “हर पीड़ित तक सरकार” की भावना के तहत राहत और पुनर्वास अभियान तब तक जारी रहेगा, जब तक अंतिम पीड़ित तक सहायता न पहुंच जाए। स्थानीय प्रशासन चौबीसों घंटे फील्ड पर सक्रिय है, जिससे राहत कार्यों में समन्वय और प्रभावशीलता बनी रहे।