लखनऊ, 1 मई 2025, गुरुवार। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में इन दिनों सियासी सरगर्मी अपने चरम पर है। योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के ताजा बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। उनके बयान न केवल समाजवादी पार्टी (सपा) और इसके प्रमुख अखिलेश यादव पर करारा हमला हैं, बल्कि मुस्लिम नेताओं के उनकी पार्टी छोड़ने और अवैध मदरसों के मुद्दे पर भी तीखी टिप्पणियों ने सुर्खियां बटोरी हैं।
मुस्लिम नेताओं पर राजभर का हमला: ‘जाहिल’ और ‘ठेके-पट्टे’ का आरोप
हाल ही में सुभासपा से 200 से अधिक मुस्लिम नेताओं और पदाधिकारियों ने पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया। इस बगावत को लेकर ओम प्रकाश राजभर ने तल्ख अंदाज में प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पार्टी छोड़ने वालों को “जाहिल” करार देते हुए कहा, “ये लोग ठेके और पट्टे के लिए काम करते हैं। जब काम नहीं होता, तो दूसरी पार्टियों में चले जाते हैं।” राजभर ने इस बयान में यह भी जोड़ा कि समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले ये नेता “पोस्टरमैन” की तरह काम करते हैं, जो अखिलेश यादव के संरक्षण में “पोस्टर हटाते-लगाते” रहते हैं।
सपा और अखिलेश पर निशाना: ‘PDA दिखावा, अंबेडकर का अपमान’
ओम प्रकाश राजभर ने समाजवादी पार्टी के ‘PDA’ (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) नारे को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “सपा को पिछड़ों और दलितों से नफरत है। उनका PDA महज दिखावा है।” इसके साथ ही उन्होंने सपा पर बाबा साहेब अंबेडकर के अपमान का गंभीर आरोप लगाया। राजभर ने दावा किया कि सपा ने अंबेडकर पार्क का अपमान किया और उनकी सरकार में दलितों के लिए शुरू की गई योजनाओं को बंद कर दिया।
हाल ही में लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर लगे एक पोस्टर ने विवाद को और हवा दी, जिसमें बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर को काटकर अखिलेश यादव की फोटो लगाई गई थी। इस घटना पर राजभर ने कहा, “सपा के ये पोस्टरमैन दिन में सोते हैं और रात में पोस्टर लगाते हैं। ये लोग बाबा साहेब का नाम लेकर गरीबों का शोषण करते हैं।” इस बयान ने सपा को दलित विरोधी छवि से जोड़ने की कोशिश की, जो उत्तर प्रदेश की दलित-केंद्रित राजनीति में बड़ा मुद्दा बन सकता है।
राजभर ने यह भी तंज कसा कि “सपा अगले 22 साल तक पोस्टर ही लगाती रहेगी,” जिससे उनकी सत्ता में वापसी की संभावनाओं पर सवाल उठाए गए।
अवैध मदरसों पर बयान: ‘विदेशी फंडिंग और आपराधिक गतिविधियां’
ओम प्रकाश राजभर ने अवैध मदरसों के खिलाफ चल रही कार्रवाई का पुरजोर समर्थन किया। उन्होंने कहा, “अवैध मदरसों में विदेशी फंडिंग हो रही है और इनका इस्तेमाल आवास के तौर पर किया जा रहा था। कुछ मदरसों में नकली नोट छापने जैसी आपराधिक गतिविधियां भी सामने आई हैं।” हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वैध मदरसों पर कोई आंच नहीं आएगी। “जो मदरसे नियमों के तहत चल रहे हैं, उन्हें पूरी सुरक्षा दी जाएगी।”