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Tuesday, December 3, 2024

अब भारतीय सीमा की निगरानी करेगी आसमानी नज़र

भारतीय वायुसेना और डीआरडीओ की स्वदेश निर्मित एयरक्राफ्ट की जानिए खूबियाँ
अनिता चौधरी ,नई दिल्ली
रक्षा मंत्रालय ने भारतीय वायु सेना के लिए छह एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (AEW&C) जिसे “नेत्रा” भी कहा जाता है उसकी खरीद के लिए आरएफआई RIGHT FOR INFORMATION जारी कर दिया है। इस एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम यानी नेत्रा का निर्माण भारतीय वायुसेना और डीआरडीओ मिलकर करेगी । दोनों के तत्वावधान में नेत्र विमान के छह मार्क-1ए के साथ-साथ छह मार्क-2 के संस्करण को डेवलप करने का काम होगा । इनमें से तीन नेत्र विमान पहले ही बनाए गए थे।
AEW&C का मुख्य मकसद लंबी दूरी की रडार को डिटेक्ट करना है, जिसमें रडार, इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस सिस्टम, कम्युनिकेशन सिस्टम, कमांड एंड कंट्रोल, युद्ध प्रबंधन प्रणाली और डेटा लिंक के माध्यम से नेटवर्किंग शामिल है।
उल्लेखनीय है कि भारतीय वायुसेना पिछले कुछ समय से एक ऐसे विमान की जरूरत महसूस कर रहा है जो बॉर्डर निगरानी के लिए उपयुक्त हो और जिसमें जेट- इंजन हो तथा 40,000 फीट और उससे अधिक की ऊंचाई पर निगरानी रख सके, लेटेस्ट नेविगेशन सिस्टम और मैक 0.7 से अधिक क्रूज़ स्पीड के साथ कम से कम आठ घंटे तक उड़ान भर सके । साथ ही वायुसेना की जरूरत के मुताबिक़ नए नेत्रा विमान के रडार सिस्टम 360-डिग्री कवरेज सिस्टम से भी लैस होगी । रक्षा मंत्रालय ने उसके लिये अधिसूचना जारी कर दी है और वायुसेना और डीआरडीओ मिलकर नेत्रा को तैयार कर रहे हैं ।
वायुसेना का नेत्रा विमानएक एयरबॉर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) विमान है की अगर बात करें तो इसे आसमान में भारत की आंख कहा जाता है।
नेत्रा विमान के बारे में कुछ खास बातें जिसे जानना ज़रूरी है :-
यह विमान, आसमान में मौजूद दुश्मनों के विमानों और दूसरी उड़ने वाली चीजों का पता लगाता है ,
यह जानकारी इकट्ठा करके अपने साथ उड़ रहे लड़ाकू विमानों को इनफार्मेशन देता है,
जिससे आने वाले संभावित खतरे से निपट सकते है
यह विमान, मिसाइल, जहाज और वाहनों को ट्रैक कर सकता है और ढूंढ सकता है
यह विमान, सीधे कमांड दे सकता है
भारतीय वायुसेना के पास पहले से ही दो नेत्रा विमान हैं। अब इनके अलावा छह और नेत्रा विमान बनाने की योजना को मंत्रालय ने मंज़ूरी दी है
इसमें स्वदेशी रूप से विकसित एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (AESA) रडार सिस्टम है ।
इसमें कम्यूनिकेशन सपोर्ट मेजर सिस्टम और रिकॉर्ड इंटरसेप्शन कम्यूनिकेशन है।
इसमें विमान के अंदर सेल्फ प्रोटेक्शन सुईट भी है।
यह विमान हवा में ही रीफ्यूल किया जा सकता है
यह एक ऐसा विमान है जो आसमान में रह कर दुश्मन की हर चाल, हर हलचल पर निगाह रखता है।
सेना को दुश्मन की सीमा पर किसी भी गलत हरकत की जानकारी देता है।
नेत्रा हल्के वजन का एयरक्राफ्ट जो निगरानी के लिए डिजाइन किया गया है।

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