9 अक्टूबर को केमिस्ट्री के नोबेल प्राइज विजेताओं का ऐलान हुआ। इस साल ये प्राइज अमेरिकी वैज्ञानिक डेविड बेकर, जॉन जम्पर और ब्रिटिश वैज्ञानिक डेमिस हसाबिस को मिलेगा। इन्हें प्रोटीन की कम्प्यूटेशनल डिजाइन और उसके स्ट्रक्चर को समझने में मदद करने वाले AI मॉडल बनाने के लिए ये सम्मान दिया जाएगा।
मानव शरीर के केमिकल टूल प्रोटीन से जुड़ी खोज करने पर 3 वैज्ञानिकों को केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज मिला है। मानव शरीर के केमिकल टूल प्रोटीन से जुड़ी खोज करने पर 3 वैज्ञानिकों को केमिस्ट्री का नोबेल प्राइज मिला है।केमिस्ट्री के नोबेल प्राइज को दो हिस्सों में बांटा गया है।
पहला हिस्सा डेविड बेकर को मिला है, जिन्होंने नई तरह के प्रोटीन को डिजाइन किया है। प्रोटीन डिजाइन एक तकनीक है, जिसमें प्रोटीन की संरचना में बदलाव कर नए गुण वाले प्रोटीन तैयार किए जाते हैं।
इससे दवा और वैक्सीन बनाने में मदद मिलती है।वहीं, प्राइज का दूसरा हिस्सा डेमिस और जॉन जंपर को मिला, जिन्होंने एक ऐसा AI मॉडल बनाया, जिसने कॉम्प्लेक्स प्रोटीन के स्ट्रक्चर को समझने में मदद की।नोबेल प्राइज 2024 की विजेताओं की घोषणा सोमवार, 7 अक्टूबर से शुरु हुई है।
पहले दिन यानी 7 अक्टूबर को मेडिसिन के क्षेत्र में विक्टर एम्ब्रोस और गैरी रुवकुन को नोबेल प्राइज दिया गया।उन्हें ये प्राइज माइक्रो RNA (राइबोन्यूक्लिक एसिड) की खोज के लिए दिया गया है।इसके बाद 8 अक्टूबर को फिजिक्स के नोबेल प्राइज के लिए AI के गॉडफादर कहे जाने वाले जैफ्री ई. हिंटन और अमेरिकी वैज्ञानिक जॉन जे. होपफील्ड के नामों की घोषणा हुई।उन्हें मशीन लर्निंग से जुड़ी नई तकनीकों के विकास के लिए ये सम्मान दिया जाएगा, जो आर्टिफिशियल न्यूरॉन्स पर आधारित है। केमिस्ट्री में 2023 का नोबेल प्राइज माउंगी बावेंडी, लुइस ब्रुस, एलेक्सी एकिमोव को मिला था।इन्हें क्वांटम डॉट्स की खोज और इसके डेवलपमेंट के लिए ये सम्मान मिला था।क्वांटम डॉट्स ऐसे नैनोपार्टिकल्स हैं, जो इतने छोटे होते हैं कि उनका आकार उनके गुणों को निर्धारित करता है।
अब तक के सबसे उम्रदराज नोबेल पुरस्कार विजेता जॉन बी. गुडएनफ हैं। गुडएनफ 97 साल के थे, जब उन्हें 2019 में केमिस्ट्री के नोबेल प्राइज से सम्मानित किया गया था।वह नोबेल के सभी पुरस्कार क्षेत्र में सम्मानित होने वाले सबसे उम्रदराज विजेता भी रहे।