राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से देहरादून जाने के लिए अभी लगने वाले छह-सात घंटे आने वाले दो साल बाद काफी कम हो जाएंगे। साल 2023 से दिल्ली से देहरादून तक सिर्फ दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा। केंद्रीय परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने यह ऐलान किया। कुल 5000 करोड़ रुपये की लागत से बने मुजफ्फरनगर-हरिद्वार-देहरादून नेशनल हाईवे के डिजिटल उद्घाटन के मौके पर गडकरी ने कहा कि आज मैं घोषणा करता हूं कि एक्सप्रेस-वे बनने के बाद दिल्ली-देहरादून के बीच का फासला केवल दो घंटे में तय कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे से दिल्ली-देहरादून की दूरी 250 किलोमीटर से घटकर 210 किलोमीटर रह जाएगी। गडकरी ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से अनुरोध किया कि वह इस एक्सप्रेस-वे के भूमि पूजन के लिए प्रधानमंत्री से समय ले लें। उन्होंने कहा कि यह मुंबई-पुणे एक्सप्रेस वे की तर्ज पर बनेगा और इसका निर्माण 26 जनवरी, 2024 से पहले पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ”मैं खुद 26 जनवरी, 2024 से पहले दिल्ली से देहरादून दो घंटे में आकर बताऊंगा।”
गडकरी ने ट्वीट कर लिखा, ”दिल्ली-देहरादून इकॉनोमिक कॉरिडोर में हरिद्वार के लिए नई कनेक्टिविटी की घोषणा की। बसेरा, मानकपुर, खाताफेरी, रुड़की, मेहबरकलां से होकर गुजरने वाले इस मार्ग में हरिद्वार के लिए नई कनेक्टिविटी का प्रावधान किया गया है।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह केवल एक्सप्रेस वे ही नहीं बल्कि इकोनोमिक कॉरीडोर भी होगा जिसे सहारनपुर से हरिद्वार तक की कनेक्टिविटी भी दी जाएगी और दिल्ली-देहरादून की तरह ही दिल्ली से हरिद्वार भी दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा
उन्होंने कहा कि दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस वे छह लेन का होगा और इसकी कुल लागत 13000 करोड़ रुपये होगी। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष एसएस संधू ने कहा कि पौंटा साहिब से पहाड़ों की रानी मसूरी के लिए एक नया मार्ग बनाया जाएगा जिससे देहरादून से गुजरने वाला यातायात कम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पौंटा साहिब से देहरादून के बल्लूपुर तक के राजमार्ग को चार लेन का कर दिया जाएगा। संधू ने कहा कि उत्तराखंड के लिए 25000 करोड़ रुपये की योजनाओं को स्वीकृति दी गयी है जिनमें कई नए राजमार्ग भी शामिल हैं।