केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर छापे में मिले 200 करोड़ रुपये भाजपा के नहीं हैं, बल्कि पूरी तरह से सही पते पर छापे की कार्रवाई की गई है। सटीक जानकारी पर आधारित इस कार्रवाई से यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को बड़ा आघात लगा है, जो व्यक्ति रंगे हाथों पकड़ा गया है वह उनका दोस्त हो सकता है। सीतारमण ने कहा, यह बहुत दुखद है कि कर चोरी के मामले में हुई कार्रवाई को राजनीतिक रंग दिया जा रहा है।
दरअसल, अखिलेश यादव ने कहा था कि भाजपा ने गलत जैन के घर छापा मारा है और खुद के पैसे ही जब्त किए हैं। यादव ने आरोप लगाया था कि उनकी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन पर छापा मारना था, वे भी इत्र कारोबारी हैं। लेकिन, एक ही अक्षर से नाम शुरू होने की वजह से गलत व्यक्ति के घर कार्रवाई कर दी गई। वित्त मंत्री ने कहा कि किसी आम आदमी के घर 23 किलो सोना और 200 करोड़ रुपये नकद नहीं रखे होते हैं, फिर भी सपा सवाल उठा रही है तो साफ होता है कि वे इससे जुड़े हुए हैं।
कार्रवाई के लिए मुहूर्त की प्रतीक्षा नहीं की जाती
चुनाव से पहले की जा रही र्कारवाई पर कहा कि चोर तभी पकड़ा जाता है जब चोरी होती है। आप कार्रवाई के लिए ‘मुहूर्त’ की प्रतीक्षा नहीं करते हैं। विपक्ष के आरोप तब भी थोड़े तर्कसंगत लगते, जब छापेमारी में कुछ भी नहीं मिलता, जबकि एक व्यक्ति के रंगे हाथों पकड़े जाने पर अखिलेश यादव व्यथित क्यों है?