नई दिल्ली, 4 जून 2025, बुधवार: न्यूजीलैंड की संसद में 14 मई 2025 को एक अभूतपूर्व घटना घटी, जब सांसद लॉरा मैक्ल्योर ने अपनी AI-जनरेटेड न्यूड तस्वीर दिखाकर डीपफेक तकनीक के खतरों को उजागर किया। यह तस्वीर, जो महज कुछ मिनटों में एक ऑनलाइन टूल से बनाई गई थी, असली नहीं थी, लेकिन इसने सदन को स्तब्ध कर दिया। लॉरा ने Deepfake Digital Harm and Exploitation Bill पेश करते हुए बिना सहमति के डीपफेक सामग्री बनाने और साझा करने को अपराध घोषित करने की मांग की।
उन्होंने कहा, “कोई भी महिला या व्यक्ति ऐसी शर्मिंदगी और शोषण का शिकार नहीं होना चाहिए।” यह बिल रिवेंज पॉर्न और डिजिटल शोषण से जुड़े कानूनों को मजबूत करेगा, साथ ही पीड़ितों को सामग्री हटाने और न्याय का अधिकार देगा। न्यूजीलैंड में डीपफेक को सीधे नियंत्रित करने वाला कोई कानून नहीं है, जिसे लॉरा ने गंभीर चिंता बताया। उनके इस साहसी कदम ने वैश्विक स्तर पर डीपफेक के दुरुपयोग पर बहस छेड़ दी है।