वाराणसी, 24 मार्च 2025, सोमवार। वाराणसी के पावन घाटों पर अब आयोजनों के लिए नई व्यवस्था शुरू होने जा रही है। नगर निगम ने फैसला लिया है कि 1 अप्रैल, 2025 से घाटों पर कार्यक्रम आयोजित करने वालों को प्रति वर्ग मीटर 880 रुपये का शुल्क देना होगा। नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि यह शुल्क आयोजक द्वारा उपयोग किए गए स्थान के आधार पर तय होगा। हालांकि, काशी की पहचान बन चुकी गंगा आरती इस नियम से मुक्त रहेगी। दशाश्वमेध, शीतला, अस्सी जैसे प्रमुख घाटों पर हर शाम होने वाली भव्य गंगा आरती में शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यह राहत की बात है।

नगर निगम ने इस प्रक्रिया को तकनीक से जोड़ते हुए इसे बेहद आसान बना दिया है। अब आयोजकों को नगर निगम मुख्यालय के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। ‘स्मार्ट काशी’ मोबाइल ऐप के जरिए घर बैठे ही धार्मिक, सामाजिक या अन्य कार्यक्रमों के लिए अनुमति ली जा सकेगी। इसके लिए आयोजकों को कार्यक्रम से कम से कम 15 दिन पहले आवेदन करना होगा। ऐप पर चयनित घाट के स्थान की तस्वीर, आयोजक के आधार कार्ड की कॉपी जैसे जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे और निर्धारित शुल्क का भुगतान भी यहीं से हो जाएगा।

आवेदन के बाद जोनल अधिकारी मौके का जायजा लेंगे और अपनी रिपोर्ट राजस्व प्रभारी को सौंपेंगे। इसी रिपोर्ट के आधार पर राजस्व अधिकारी आयोजन की अंतिम मंजूरी देंगे। यह कदम न केवल पारदर्शिता लाएगा, बल्कि घाटों के प्रबंधन को भी व्यवस्थित करेगा। वाराणसी, जो अपनी आध्यात्मिकता और सांस्कृतिक धरोहर के लिए विश्व प्रसिद्ध है, इस नई व्यवस्था से आधुनिकता और परंपरा का अनोखा संगम पेश कर रही है।