नई दिल्ली, 22 मार्च 2025, शनिवार। 21 मार्च का दिन बिहार के दानापुर कैंट में कुछ खास था। रक्षा मंत्रालय के पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के पुनर्वास महानिदेशालय (डीजीआर) ने यहां एक भव्य जॉब फेयर का आयोजन किया, जिसने पूर्व सैनिकों और रोजगार प्रदाताओं को एक मंच पर लाकर उम्मीदों की नई किरण जगाई। यह आयोजन उन वीरों के लिए था, जिन्होंने देश की सेवा की और अब अपने अनुभव को नए करियर में बदलना चाहते हैं। पटना और आसपास के इलाकों से आए पूर्व सैनिकों ने इस मौके को हाथोंहाथ लिया और इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
वेटरंस का उत्साह, कंपनियों का जोश
इस जॉब फेयर में सेना, नौसेना और वायु सेना के 2000 से ज्यादा पूर्व सैनिकों (ईएसएम) ने पंजीकरण कराया। उनके सामने अवसरों का खजाना लेकर 48 नामी कंपनियां पहुंचीं, जो 1800 से अधिक नौकरियों और 150 से ज्यादा उद्यमिता के मौके लेकर आई थीं। यह मेला सिर्फ नौकरी ढूंढने का जरिया नहीं था, बल्कि एक ऐसा मंच था जहां वेटरंस अपने हुनर को आजमा सकते थे और कंपनियां अनुशासित व अनुभवी प्रतिभाओं को अपने साथ जोड़ सकती थीं।
यहां शॉर्टलिस्ट किए गए पूर्व सैनिकों का साक्षात्कार और स्क्रीनिंग होगी, जिसके बाद उन्हें वरिष्ठ पर्यवेक्षक, मध्य और वरिष्ठ प्रबंधक, रणनीतिक योजनाकार से लेकर परियोजना निदेशक जैसे अहम पदों पर नियुक्ति का मौका मिलेगा। यह वेटरंस के लिए उनकी मेहनत और समर्पण का सच्चा सम्मान है।
दो तरफा फायदा
यह आयोजन दोनों पक्षों के लिए सुनहरा साबित हुआ। वेटरंस को अपनी तकनीकी और प्रशासनिक क्षमताओं को दिखाने का मौका मिला, जो उन्होंने देश की सेवा के दौरान हासिल की थीं। वहीं, कॉरपोरेट्स को ऐसे अनुशासित और प्रशिक्षित पेशेवरों का समूह मिला, जो किसी भी संगठन की रीढ़ बन सकते हैं। यह एक ऐसा संगम था, जहां अनुभव और अवसरों ने एक-दूसरे का हाथ थामा।
शानदार उद्घाटन, सम्मानित हस्तियां
जॉब फेयर का उद्घाटन बिहार के माननीय राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, सचिव ईएसडब्ल्यू डॉ. नितेन चंद्रा (आईएएस) और मेजर जनरल एसबीके सिंह (एसएम, डीजीआर) ने किया। इस मौके पर मेजर जनरल विकास भारद्वाज (वीएसएम, जीओसी जेबीएसए), ब्रिगेडियर डीएस बसेरा (वीएसएम, सचिव केएसबी) और एडीजी डीआरजेड (केंद्रीय) भी मौजूद रहे। कॉरपोरेट जगत से सीआईआई बिहार राज्य परिषद के अध्यक्ष गौरव साह गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में शामिल हुए।
वेटरंस के लिए सम्मान और प्रेरणा
राज्यपाल श्री खान ने सशस्त्र बलों के वेटरंस की बहादुरी और समर्पण की दिल खोलकर तारीफ की। उन्होंने कॉरपोरेट्स से अपील की कि वे इन वीरों को ज्यादा से ज्यादा मौके दें। सचिव ईएसडब्ल्यू और डीजी (आर) ने भी वेटरंस और कॉरपोरेट प्रतिनिधियों के साथ अपने विचार साझा किए, जिसने सभी में जोश भरा।
दूसरी पारी की शुरुआत
डीजीआर की यह पहल पूर्व सैनिकों के लिए एक नई राह खोल रही है। यह जॉब फेयर सिर्फ रोजगार का मेला नहीं, बल्कि उन वीरों के लिए सम्मान और संभावनाओं का उत्सव है, जो देश की सेवा के बाद अब अपने लिए नया आकाश तलाश रहे हैं। दानापुर का यह दिन निश्चित रूप से इतिहास के पन्नों में दर्ज होगा, जहां वेटरंस ने अपनी दूसरी पारी की शानदार शुरुआत की।