वाराणसी, 10 अगस्त 2025: काशी की पावन धरती पर बुजुर्गों के लिए एक और सौगात तैयार है। रामनगर में 100 बेड की क्षमता वाला अत्याधुनिक वृद्धाश्रम बनकर तैयार हो चुका है, जो इस महीने शुरू होने को है। 23.14 करोड़ रुपये की लागत से 6840 वर्गमीटर में फैला यह आश्रय स्थल बुजुर्गों को घर जैसा माहौल देने के साथ-साथ उनकी हर जरूरत का ख्याल रखेगा।
आधुनिक सुविधाओं का खजाना
यह वृद्धाश्रम बुजुर्गों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। यहां फिजियोथेरेपी सेंटर, योग और व्यायाम के लिए हरा-भरा लॉन, पार्क और नियमित चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी। 60 वर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए बनाए गए इस आश्रम में पुरुष और महिलाओं के लिए 10 बेड का नर्सिंग स्टेशन, इंडोर गेम रूम और दो टेरेस गार्डन भी हैं। इसके अलावा, बहुउद्देशीय हॉल, भोजनालय, छह लिफ्ट, दो सीढ़ियां, 30 डबल बेडरूम, 16 सिंगल रूम और दो डॉरमेट्री भी बनाई गई हैं। खास बात यह है कि सामान्य और दिव्यांगजनों के लिए अलग-अलग शौचालयों का भी इंतजाम किया गया है।
जिले का दूसरा सरकारी वृद्धाश्रम
वाराणसी में दुर्गाकुंड के बाद यह जिले का दूसरा सरकारी वृद्धाश्रम होगा। नॉर्दर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एनसीएल), सिंगरौली ने पिछले साल जुलाई में इसका निर्माण शुरू किया था। जिला समाज कल्याण अधिकारी गिरीश चंद्र दूबे ने बताया कि फिनिशिंग का काम अंतिम चरण में है और इस महीने पूरा हो जाएगा। अगले महीने इसे हैंडओवर कर दिया जाएगा। उद्घाटन के लिए जिलाधिकारी ने शासन को पत्र भेजा है, और उम्मीद है कि प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री अपने अगले काशी दौरे पर इसका लोकार्पण करेंगे।
बुजुर्गों के लिए हर सुविधा
यह वृद्धाश्रम 60 वर्ष से अधिक उम्र के 100 बुजुर्गों को आश्रय देगा। यहां मेडिकल सुविधाओं के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए इंडोर गेम्स और योग की व्यवस्था भी की गई है। छह स्टाफ रूम और एक मीटिंग रूम भी बनाए गए हैं, ताकि प्रबंधन और देखभाल में कोई कमी न रहे।
काशी में बुजुर्गों की सेवा के लिए यह नया ठिकाना न केवल उनकी जिंदगी को आसान बनाएगा, बल्कि उन्हें सम्मान और सुकून के साथ जीने का मौका भी देगा।