भदोही, 2 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में बच्चों की गुमशुदगी के बढ़ते मामलों के बीच साइबर अपराधियों ने ठगी का नया जाल बिछाया है। यहाँ अपराधी गुमशुदा बच्चों के परिजनों को निशाना बनाकर उनके दुख का फायदा उठा रहे हैं। खुद को पुलिसकर्मी या किसी एजेंसी का सदस्य बताकर ठग परिजनों से मोटी रकम ऐंठ रहे हैं। इस नए साइबर फ्रॉड ने पुलिस और स्थानीय लोगों में चिंता की लहर पैदा कर दी है।
ऐसे बिछता है ठगी का जाल
पुलिस के मुताबिक, यह ठगी तब शुरू होती है जब परिजन गुमशुदगी की शिकायत स्थानीय थाने में दर्ज कराते हैं। साइबर अपराधी तकनीक का सहारा लेकर, जैसे कि यूपीकॉप, पीड़ित परिवार के मोबाइल नंबर और अन्य जानकारी हासिल कर लेते हैं। इसके बाद वे परिजनों को फोन करके दावा करते हैं कि बच्चे की लोकेशन का पता चल गया है। दहशत और उम्मीद के बीच फंसे परिजन इन ठगों की बातों में आकर पैसे ट्रांसफर कर देते हैं, और इस तरह ठगी का शिकार बन जाते हैं।
पुलिस अधीक्षक की अपील: सतर्क रहें, सुरक्षित रहें
भदोही के पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने इस गंभीर मुद्दे पर लोगों को आगाह किया है। उन्होंने कहा, “यह पूरी तरह से साइबर फ्रॉड है। लोग अनजान कॉल्स पर भरोसा न करें और न ही कोई रकम या निजी जानकारी साझा करें।” उन्होंने सलाह दी कि संदिग्ध कॉल मिलने पर तुरंत 1930 साइबर हेल्पलाइन पर संपर्क करें या नजदीकी थाने को सूचित करें।
सतर्कता ही बचाव
पुलिस प्रशासन ने इस तरह की ठगी पर काबू पाने के लिए कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। एसपी मांगलिक ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और ऐसी धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूकता फैलाएँ। विशेषज्ञों का भी यही मानना है कि सावधानी ही इस समस्या का सबसे कारगर समाधान है। भदोही में इस तरह की घटनाओं की बढ़ती संख्या ने प्रशासन और जनता को सजग रहने का स्पष्ट संदेश दिया है।
सावधान रहें, सुरक्षित रहें!