नई दिल्ली, 13 अप्रैल 2025, रविवार: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज दिल्ली में एक साप्ताहिक समीक्षा बैठक में देश के कृषि क्षेत्र की प्रगति का जायजा लिया। इस बैठक में न केवल फसलों की बुआई और कटाई की स्थिति पर चर्चा हुई, बल्कि किसानों के हित में ठोस कदम उठाने के लिए अधिकारियों को स्पष्ट दिशा-निर्देश भी दिए गए। केंद्रीय कृषि सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी इस महत्वपूर्ण बैठक में शामिल रहे।
धान और दालों की बुआई में उल्लेखनीय वृद्धि
बैठक में सामने आए आंकड़े किसानों के लिए खुशखबरी लेकर आए। ग्रीष्मकालीन बुआई के मौसम में धान की बुआई में पिछले साल की तुलना में 4.65 लाख हेक्टेयर की शानदार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस साल धान का रकबा 27.33 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 31.98 लाख हेक्टेयर हो गया है। इसके साथ ही मूंग और उड़द की बुआई में भी क्रमशः 1.65 लाख और 0.61 लाख हेक्टेयर की वृद्धि हुई है। कुल मिलाकर, ग्रीष्मकालीन फसलों का रकबा पिछले साल के 52.40 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 60.22 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। ये आंकड़े देश के कृषि क्षेत्र में बढ़ते आत्मविश्वास और मेहनत को दर्शाते हैं।

रबी फसलों की कटाई में तेजी
रबी फसलों की कटाई भी जोरों पर है। 4 अप्रैल 2025 तक देश में रबी फसलों के 58.71% क्षेत्र की कटाई पूरी हो चुकी है। दलहनों में लथीरस (96%), उड़द (94%), कुलथी (90%) और मूंग (89%) की कटाई लगभग पूरी हो चुकी है। तिलहन में रेपसीड और सरसों की 90% कटाई हो चुकी है, जबकि मोटे अनाजों में ज्वार की 95% कटाई का आंकड़ा प्रभावशाली है। गेहूं और चावल की कटाई क्रमशः 38% और 32.93% तक पहुंची है। ये नतीजे न केवल किसानों की मेहनत, बल्कि बेहतर प्रबंधन और नीतियों का भी परिणाम हैं।
किसानों के लिए सुनिश्चित होगी हर सुविधा
शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि फसलों की अच्छी पैदावार को देखते हुए ऐसी व्यवस्थाएं की जाएं, जिनसे किसानों को उनकी उपज का पूरा मूल्य मिले और खरीद प्रक्रिया सुगम हो। उन्होंने मंडियों में उपज की आवक और वहां की व्यवस्थाओं की भी बारीकी से जानकारी ली। इसके अलावा, किसानों को खाद, बीज और अन्य जरूरी संसाधनों की कमी न हो, इसके लिए भी विशेष ध्यान देने को कहा। बैठक में बताया गया कि उर्वरकों की उपलब्धता पर्याप्त है, जो किसानों के लिए एक बड़ी राहत की बात है।
कृषि क्षेत्र का नया जोश
शिवराज सिंह चौहान की यह समीक्षा बैठक न केवल कृषि क्षेत्र की प्रगति का आकलन थी, बल्कि यह किसानों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता का भी प्रतीक थी। बुआई से लेकर कटाई तक, हर स्तर पर बेहतर प्रबंधन और समर्थन के साथ, भारत का कृषि क्षेत्र नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है। यह प्रयास निश्चित रूप से किसानों की मेहनत को और फलदायी बनाएगा, जिससे देश की खाद्य सुरक्षा और समृद्धि को और बल मिलेगा।