लखनऊ, 19 फरवरी 2025, बुधवार। उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में एक नए प्रयोग की शुरुआत हुई है। अब विधायक अपनी मातृभाषा में सदन में अपनी बात रख सकेंगे। इस नए प्रयोग के तहत, विधायक अवधी, ब्रज, भोजपुरी और बुंदेलखंडी जैसी क्षेत्रीय भाषाओं में अपने विचार व्यक्त कर सकेंगे।
इस नए प्रयोग की शुरुआत बुधवार को हुई, जब श्रीकांत शर्मा ने ब्रज भाषा में, मनोज पांडेय ने अवधी भाषा में और केतकी सिंह ने भोजपुरी भाषा में अपने भाषण दिए। उन्होंने अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना का आभार जताया और सीएम योगी आदित्यनाथ समेत सभी ने उनके भाषणों को बड़े ध्यान से सुना।
इस नए प्रयोग के लिए, सदन में पांचों भाषाओं के अनुवादक बैठाए गए हैं। विधायक अपने हेडफोन पर इंटरप्रेटर का चैनल सेट कर अपनी भाषा में सदन की कार्यवाही सुन सकेंगे। यह प्रयोग विधायकों को अपनी मातृभाषा में अपनी बात रखने का अवसर प्रदान करेगा और सदन की कार्यवाही को अधिक प्रभावी और सार्थक बनाएगा।