अयोध्या, 19 अगस्त 2025। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या अब आध्यात्मिक और सांस्कृतिक गौरव के साथ-साथ खेलों की दुनिया में भी अपनी पहचान बनाने को तैयार है। योगी सरकार की पहल से निर्मित डॉ. भीमराव राष्ट्रीय क्रीड़ा संकुल 48.54 करोड़ रुपये की लागत से लगभग पूरा हो चुका है। यह विश्वस्तरीय खेल अवसंरचना अयोध्या के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर चमकने का सुनहरा अवसर देगी।
आधुनिक सुविधाओं से लैस स्टेडियम
इस क्रीड़ा संकुल में क्रिकेट स्टेडियम, वीआईपी पैवेलियन स्टैंड, फुट ओवर ब्रिज, हैंडबॉल कोर्ट, सिटिंग स्टेप्स और ओवरहेड टैंक जैसे कार्य पूरे हो चुके हैं। स्टेडियम की फिनिशिंग का काम अंतिम चरण में है। यह संकुल खिलाड़ियों को ऐसी सुविधाएं प्रदान करेगा, जो उनकी प्रतिभा को और निखारेगी। सीएनडीएस के परियोजना प्रबंधक देवव्रत पवार ने बताया कि पहले फुट ओवर ब्रिज और पैवेलियन की कमी से खिलाड़ियों को परेशानी होती थी, लेकिन अब ये सुविधाएं पूरी हो चुकी हैं और हस्तांतरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।
2006 का सपना अब हकीकत
2006 में शुरू हुई यह परियोजना लंबे समय तक अधर में लटकी रही। 2023 में सीएनडीएस ने इसे गति दी और अब यह संकुल हस्तांतरण के लिए तैयार है। इसके बनने से अयोध्या के खिलाड़ियों को अभ्यास और प्रतियोगिताओं के लिए अन्य शहरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
खिलाड़ियों में जोश, अयोध्या बनेगा खेल हब
स्थानीय खिलाड़ी और खेल प्रेमी इस परियोजना से उत्साहित हैं। उनका मानना है कि यह संकुल अयोध्या को खेल मानचित्र पर नई पहचान देगा। यहां के युवा अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा दिखा सकेंगे।
यूपी को खेल महाशक्ति बनाने का विज़न
योगी सरकार का लक्ष्य उत्तर प्रदेश को खेल महाशक्ति बनाना है। इसके लिए खेल अवसंरचना, प्रशिक्षण केंद्र और योजनाओं का विस्तार किया जा रहा है। डॉ. भीमराव क्रीड़ा संकुल इस दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। यह परियोजना न केवल अयोध्या, बल्कि पूरे प्रदेश के खिलाड़ियों के लिए गेम-चेंजर बनेगी।