नई दिल्ली, 16 जनवरी 2025, गुरुवार। अमेरिका ने हाल ही में तीन भारतीय संस्थाओं को अपनी एंटिटी लिस्ट से हटा दिया है। इन संस्थाओं में इंडियन रेयर अर्थ, इंदिरा गांधी परमाणु अनुसंधान केंद्र (IGCAR) और भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (BARC) शामिल हैं।
एंटिटी लिस्ट का उपयोग उन संगठनों के साथ व्यापार को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा या विदेशी नीति के लिए जोखिमपूर्ण माना जाता है। यह सूची अमेरिकी वाणिज्य विभाग द्वारा जारी की जाती है और इसमें उन विदेशी व्यक्तियों, संगठनों और संस्थानों को शामिल किया जाता है, जिन पर अमेरिका के निर्यात, पुनः निर्यात और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर संबंधी नियम लगाए जाते हैं।
इस फैसले के पीछे क्या मकसद है? इसके पीछे मुख्य रूप से दो कारण हैं:
वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देना: यह कदम वैज्ञानिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, खासकर परमाणु ऊर्जा और विज्ञान के क्षेत्र में।
क्लीन एनर्जी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाना: यह फैसला क्लीन एनर्जी के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में भी मदद करेगा, जो दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
यह फैसला भारत और अमेरिका के बीच बढ़ती रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का एक कदम है। यह दोनों देशों के बीच वैज्ञानिक सहयोग और व्यापार को बढ़ावा देने में मदद करेगा।