नई दिल्ली, 4 मई 2025, रविवार। 3 मई को पुणे रेलवे स्टेशन पर एक नया इतिहास रचा गया, जब केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हडपसर (पुणे)-जोधपुर एक्सप्रेस और एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-जोधपुर (भगत की कोठी) एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इन ट्रेनों के शुभारंभ ने महाराष्ट्र, तमिलनाडु और राजस्थान को सीधे रेल मार्ग से जोड़कर क्षेत्रीय एकता, व्यापार और पर्यटन के लिए नए द्वार खोल दिए हैं।

तीन राज्यों को जोड़ने वाली रेलगाड़ियाँ
ये नई ट्रेन सेवाएँ न केवल लंबी दूरी की यात्रा को सुगम और समय-बचाने वाली बनाएंगी, बल्कि तीनों राज्यों के बीच व्यापार, वाणिज्य और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को भी बढ़ावा देंगी। पुणे, जो छत्रपति शिवाजी महाराज की पुण्यभूमि और तकनीकी नवाचार का केंद्र है, अब जोधपुर के रेगिस्तानी वैभव और तमिलनाडु की सांस्कृतिक समृद्धि से और करीब आ गया है। पर्यटकों के लिए राजस्थान के किले और रेगिस्तान, महाराष्ट्र की आधुनिकता और तमिलनाडु की प्राचीन संस्कृति अब एक रेल यात्रा की दूरी पर हैं।
रेलवे के सुनहरे दशक की झलक
इस अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में रेलवे ने वह कर दिखाया, जो 70 सालों में असंभव लगता था।” उन्होंने 1300 रेलवे स्टेशनों के पुनर्निर्माण, 34,000 किलोमीटर नए रेल ट्रैक, और दुनिया के सबसे बड़े स्टेशन रीडेवलपमेंट प्रोग्राम का जिक्र किया। यह उपलब्धियाँ भारत के रेल नेटवर्क को जर्मनी जैसे विकसित देशों के बराबर ले आई हैं।

मंत्री ने इसे “विकसित भारत का ट्रेलर” करार देते हुए भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने पुणे में रेलवे के डी-कंजेशन प्रोजेक्ट का जिक्र किया, जिसमें पुणे जंक्शन का भव्य नवनिर्माण, चार नए प्लेटफॉर्म, डिजिटल कंट्रोल सिस्टम और हडपसर, खड़की, शिवाजीनगर, उरुली जैसे स्टेशनों को मास्टर प्लान के तहत जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, पुणे-लोनावला के बीच तीसरी और चौथी रेल लाइन, इंदौर-मनमाड नई रेल लाइन, और नागपुर-पुणे वंदे भारत ट्रेन की मांग को जल्द पूरा करने का वादा किया।
पुणे: तकनीक और परंपरा का संगम
पुणे, जो इलेक्ट्रॉनिक्स और तकनीकी नवाचार का गढ़ है, अब विश्वस्तरीय रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की ओर अग्रसर है। मंत्री ने कहा, “पुणे का गौरव कुछ और है। यह छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि है।” इस गौरव को बढ़ाने के लिए रेलवे ने पुणे की रेल क्षमता को दोगुना करने और कंजेशन को खत्म करने का संकल्प लिया है।
महाकुंभ की तैयारियाँ
मंत्री ने नासिक में होने वाले महाकुंभ की तैयारियों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि नासिक, उज्जैन और राजमुंद्री में महाकुंभ की तैयारियाँ जोरों पर हैं, जैसे कि प्रयागराज में हुई थीं। इसके लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है, और हाल ही में नासिक के लिए पहला रिव्यू पूरा हुआ है।

रेलवे की नई ऊँचाइयाँ
पिछले साल रेलवे ने 1200 फ्लाईओवर और अंडरपास बनाकर नया रिकॉर्ड बनाया। यह भारत की प्रगति और मजबूत नेतृत्व का प्रतीक है। मंत्री ने कहा, “यह आपका गौरव है, क्योंकि आपने ऐसा नेतृत्व चुना जो भारत को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहा है।”
ट्रेनों का विवरण
हडपसर-जोधपुर एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 20496/20495):
शुभारंभ: 6 मई 2025 से नियमित सेवा।
समय: हडपसर से 19:15 बजे रवाना, अगले दिन 15:10 बजे जोधपुर। जोधपुर से 22:00 बजे रवाना, अगले दिन 17:10 बजे हडपसर।
ठहराव: पुणे, चिंचवाड़, लोनावला, कल्याण, वसई रोड, वापी, सूरत, वडोदरा, अहमदाबाद, महेसाणा, पालनपुर, अबू रोड, जवाई बांध, फालना, रानी, मारवाड़ जंक्शन, पाली मारवाड़, लूनी।
संरचना: 2 एसी-2 टियर, 3 एसी-3 टियर, 2 एसी-3 टियर इकॉनमी, 7 स्लीपर, 4 सामान्य द्वितीय श्रेणी, 1 गार्ड ब्रेक वैन, 1 जेनरेटर वैन।
आरक्षण: 5 मई 2025 से IRCTC वेबसाइट और कम्प्यूटरीकृत आरक्षण केंद्रों पर उपलब्ध।
एकजुट भारत की ओर
इस आयोजन में केंद्रीय सहकारिता और नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल, सांसद मेधा कुलकर्णी, विधायक सुनील कांबले, और जोधपुर से केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत व अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। यह आयोजन न केवल रेलवे की प्रगति, बल्कि भारत की एकता और सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है।
ये नई ट्रेन सेवाएँ भारत के रेल नेटवर्क को और मजबूत करते हुए देश को एक सूत्र में पिरोने का काम करेंगी। यह विकसित भारत की नींव है, जिसका सपना हर भारतीय देख रहा है।