नई दिल्ली, 15 अप्रैल 2025: हरियाणा के हिसार में औद्योगिक विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट के नजदीक करीब 3 हजार एकड़ में एक विशाल औद्योगिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (आईएमसी) स्थापित होने जा रहा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर लगभग 4680 करोड़ रुपये खर्च होंगे, और इसे हरियाणा सरकार व नेशनल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (एनआईसीडीसी) मिलकर विकसित करेंगे। यह परियोजना न केवल हरियाणा, बल्कि पूरे देश के औद्योगिक परिदृश्य को नया आयाम देगी।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में अहम बैठक
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अध्यक्षता में हुई उच्चस्तरीय बैठक में इस परियोजना को हरी झंडी दी गई। नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी इस मौके पर मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को औपचारिक प्रक्रियाएं जल्द पूरी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह क्लस्टर न केवल भारतीय, बल्कि विदेशी कंपनियों को भी निवेश के लिए आकर्षित करेगा।
32 हजार करोड़ का निवेश, 10 हजार रोजगार
यह आईएमसी अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का हिस्सा है और इसे दो चरणों में विकसित किया जाएगा। अनुमान है कि परियोजना से करीब 32 हजार करोड़ रुपये का निवेश आएगा और 10 हजार से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे। सड़क, जल शोधन संयंत्र, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और अन्य आधुनिक सुविधाओं से लैस यह क्लस्टर उद्योगों के लिए एक आदर्श केंद्र बनेगा। जल्द ही हरियाणा सरकार और एनआईसीडीसी के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर होंगे।
एयरपोर्ट की नजदीकी बनेगी वरदान
हिसार के 7200 एकड़ के चिन्हित क्षेत्र में से 4212 एकड़ में महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट पहले से मौजूद है, और अब 2988 एकड़ में यह आईएमसी बनेगा। एयरपोर्ट की निकटता उद्योगों के लिए लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी के लिहाज से गेम-चेंजर साबित होगी। इससे न केवल समय और लागत बचेगी, बल्कि वैश्विक बाजारों तक पहुंच भी आसान होगी।
हरियाणा को दो कॉरिडोर का लाभ
बैठक में यह भी बताया गया कि दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के तहत नांगल चौधरी में 886 एकड़ में एक मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक हब विकसित किया जा रहा है। इस तरह, हरियाणा को दो बड़े इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का लाभ मिलेगा, जो राज्य में निवेश और रोजगार की नई संभावनाएं खोलेगा।
विकसित भारत का सपना साकार
मुख्यमंत्री सैनी ने कहा, “विकसित भारत के विजन को साकार करने के लिए हरियाणा में उद्योगों का विकास जरूरी है। हमने प्रदेश में 10 औद्योगिक मॉडल टाउनशिप (आईएमटी) स्थापित करने का संकल्प लिया है।” उन्होंने इस दिशा में तेजी से काम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए।
हरियाणा का उज्ज्वल भविष्य
हिसार का यह आईएमसी हरियाणा को औद्योगिक नक्शे पर और मजबूत करेगा। रोजगार, निवेश और बुनियादी ढांचे के विकास के साथ यह परियोजना राज्य को समृद्धि की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी। हिसार अब केवल एक शहर नहीं, बल्कि भारत के औद्योगिक भविष्य का एक चमकता सितारा बनने की राह पर है।