12.1 C
Delhi
Saturday, February 22, 2025

भारत की कृषि निर्यात में नई उपलब्धि: ऑस्ट्रेलिया को पहली समुद्री खेप में 12.26 मीट्रिक टन अनार भेजे गए

नई दिल्ली, 17 फरवरी 2025, सोमवार। भारत ने ऑस्ट्रेलिया को प्रीमियम अनार की पहली वाणिज्यिक समुद्री खेप भेजने में सफलता प्राप्त की है। यह उपलब्धि कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के सहयोग से हासिल हुई है, जो भारतीय कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए काम करता है। इस पहली समुद्री खेप में महाराष्ट्र के सोलापुर क्षेत्र से प्राप्त 5.7 मीट्रिक टन अनार शामिल थे, जिन्हें 1,900 बक्सों में पैक किया गया था। इसके अलावा, भगवा किस्म के 1,872 बक्से (6.56 टन) ले जाने वाला एक और वाणिज्यिक समुद्री शिपमेंट ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन पहुंचा।
यह सफल निर्यात न केवल वैश्विक गुणवत्ता मानकों को पूरा करने में भारत की क्षमताओं को रेखांकित करता है, बल्कि नए राजस्व स्रोतों के खुलने से भारतीय किसानों को महत्वपूर्ण बढ़ावा भी प्रदान करता है। इस पहल की शुरुआत फरवरी 2024 में ऑस्ट्रेलिया के साथ एक कार्ययोजना और मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) पर हस्ताक्षर के साथ हुई थी। इसके बाद जुलाई 2024 में पहली हवाई खेप भेजी गई, जिसने बाजार की मांग का आकलन करने में मदद की।
पहली समुद्री माल ढुलाई शिपमेंट 6 दिसंबर, 2024 को भारत से रवाना हुई और 13 जनवरी, 2025 को सिडनी पहुंची। भगवा किस्म के 1,872 बक्से (6.56 टन) ले जाने वाला एक और वाणिज्यिक समुद्री शिपमेंट 6 जनवरी, 2025 को ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन पहुंचा। यह सफल निर्यात भारतीय कृषि उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने में एक महत्वपूर्ण कदम है, और नए राजस्व स्रोतों के खुलने से भारतीय किसानों को महत्वपूर्ण बढ़ावा प्रदान करता है।
एपीडा के अध्यक्ष अभिषेक देव ने इस बात पर जोर दिया कि भारत का कृषि निर्यात परिदृश्य अभूतपूर्व गति से बढ़ रहा है, जिसमें ताजे फलों का निर्यात साल-दर-साल 29 प्रतिशत बढ़ रहा है। अकेले अनार में 20 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जो इस सेगमेंट की अपार संभावनाओं को दर्शाता है। ऑस्ट्रेलिया को प्रीमियम अनार की सफल शिपमेंट भारत की समझदार अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उच्च गुणवत्ता वाली ताजा उपज की आपूर्ति करने की क्षमता को दर्शाती है। एएनएआरएनईटी जैसी उन्नत ट्रेसेबिलिटी प्रणालियों के माध्यम से हम सुनिश्चित करते हैं कि भारतीय कृषि उत्पाद उच्चतम वैश्विक मानकों को पूरा करते हैं, जिससे दुनियाभर में उपभोक्ता का विश्वास बढ़ता है।
अभिषेक देव ने भारतीय किसानों के लिए बाज़ार तक पहुंच सुनिश्चित करने और उसे सुविधाजनक बनाने में एपीडा की भूमिका पर भी ज़ोर दिया और कहा- हम नए और उभरते बाज़ारों में विस्तार करके भारतीय किसानों और कृषि-उद्यमियों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह सफलता की कहानी भविष्य में और अधिक सहयोग और निर्यात मात्रा में वृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है।

Advertisement

spot_img

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

2,300FansLike
9,694FollowersFollow
19,500SubscribersSubscribe

Advertisement Section

- Advertisement -spot_imgspot_imgspot_img

Latest Articles

Translate »