पिता पढ़ाई के लिए दबाव डालते थे, हम नहीं पढ़ते थे तो डांटते थे, हमें यह बुरा लगता था, इसलिए जब पड़ोसी युवक ने हम दोनों के साथ दुष्कर्म किया तो रिपोर्ट उसके खिलाफ दर्ज न कराकर पापा को फंसा दिया। अब हमें पछतावा हो रहा है, हम कोर्ट के सामने सच्चाई रखकर चार साल से जेल में बंद पापा को बाहर निकालना चाहते हैं…यह बयान 16 और 17 साल की दो बहनों ने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) को दर्ज कराया है। सीडब्ल्यूसी ने इनका बयान दर्ज कराने के लिए कोर्ट में अर्जी दे दी है।
पिता के जेल जाने के बाद से अनाथ आश्रम में रह रहीं विजय नगर क्षेत्र की रहने वाली इन लड़कियों ने सीडब्ल्यूसी को बताया कि 2017 में उनकी उम्र 12 और 13 साल थी। हमें पड़ोस के एक अंकल बहुत अच्छे लगते थे, क्योंकि वह हमेशा प्यार से बोलते थे और चॉकलेट देते थे। उन्होंने कई बार उनके साथ गंदी हरकत की, लेकिन किसी को नहीं बताया।