भारी पड़ गई लापरवाही, विश्वनाथ मंदिर हादसे पर योगी का चला डंडा, नप गए चार दरोगा समेत आठ पुलिसकर्मी
वाराणसी, 10 अक्टूबर 2024, गुरुवार। काशी विश्वनाथ धाम में बीते सात अक्तूबर को धक्कामुक्की के दौरान दो श्रद्धालुओं के बाबा के अरघे में गिरने की घटना को सीएम योगी ने संज्ञान में लेते हुए सख्त कदम उठाए हैं। योगी के निर्देश पर बड़ा एक्शन हुआ है। घटना में आठ पुलिसकर्मियों पर गाज गिरी है। डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी ने वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित किया है। जबकि डीसीपी सुरक्षा ने आजमगढ़, गाजीपुर और बलिया के तीन पुलिसकर्मियों के निंलबन के लिए वहां के एसपी को संस्तुति पत्र भेजा है।
कार्रवाई के जद में आए ये पुलिसकर्मी
कार्रवाई की जद में चार दरोगा सुरेशचंद्र द्विवेदी, रमाकांत राय, अजीत कुमार सिंह, दुर्गेश कुमार, सिपाही भूपेश यादव, वंदना सरोज, सुनैना और प्रीति हैं। एसआई सुरेशचंद्र द्विवेदी और चारों सिपाही वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के हैं, जिनका निलंबन डीसीपी सुरक्षा की संस्तुति पर हुई है। जबकि बलिया के उपनिरीक्षक रमाकांत राय, आजमगढ़ के अजीत कुमार सिंह, गाजीपुर के दुर्गेश कुमार के निलंबन की संस्तुति की गई है।
घटना का हो गया था लाइव प्रसारण
सात अक्तूबर, सोमवार को बाबा के स्पर्श दर्शन के दौरान उत्तरी द्वार से श्रद्धालु गर्भगृह में दाखिल होने लगे। इस दौरान धक्कामुक्की के बीच एक महिला अरघे में गिर पड़ी। पीछे खड़ा पुरुष भी अरघे में महिला के ऊपर गिर पड़ा था। दोनों को चोटें भी आईं थीं। मंदिर के वेबसाइट पर लाइव दर्शन का प्रसारण हो रहा था। यह घटना भी लाइव हो गई। इसके बाद मंदिर प्रशासन की ओर से कार्रवाई की बात कही गई थी।
मंगला आरती के बाद भीड़ नहीं संभाल सके
डीसीपी सुरक्षा सूर्यकांत त्रिपाठी ने बताया कि पुलिसकर्मियों की ड्यूटी गर्भगृह और बाहर थी। स्पर्श दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालुओं को नियंत्रित करने में इनकी लापरवाही मिली।
मंदिर में पुलिसकर्मियों के लिए ये हैं निर्देश
- मोबाइल, इयर बड्स, ब्लूटूथ और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग न करें।
- ड्यूटी के दौरान मंदिर के लिए बनाए गए मानक संचालन प्रक्रिया का सख्ती से पालन।
- दर्शनार्थियों के साथ उचित व्यवहार, महिला दर्शनार्थियों की व्यवस्था महिला पुलिस करें।
सुरक्षा उपकरणों, बॉडीवॉर्न कैमरा, वायरलेस सेट का समुचित प्रयोग।
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