केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने गुरुवार को विपक्ष को चेतावनी दी कि वह लोकसभा में दिल्ली सेवा विधेयक पर चर्चा के दौरान चुप्पी बनाए रखे, अन्यथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आपके घरों पर पहुंच सकता है। “… एक मिनट, एक मिनट। शांत रहो, तुम्हारे घर ईडी ना आ जाए” लेखी ने सदन में बोलने के दौरान एक विपक्षी सदस्य की ओर से टोकने पर उन्हें यह जवाब दिया। सदन में लेखी की टिप्पणी पर विपक्ष ने नाराजगी जताई।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि लोकसभा में मीनाक्षी लेखी की ‘आक्षेप भरी धमकी’ ने विपक्ष के इन आरोपों को साबित कर दिया है कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का ‘दुरुपयोग’ कर रही है। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “लोकसभा में मीनाक्षी लेखी द्वारा दी गई यह धमकी उस बात को साबित करती है जो कई लोग कह रहे हैं, कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है।”
भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने सवाल किया कि लोकसभा में लेखी की टिप्पणी ‘चेतावनी’ थी या ‘धमकी’। उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) हैंडल पर लिखा, “क्या यह एक चेतावनी या धमकी है?” तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले ने संसद में लेखी की ईडी की टिप्पणी को ‘चौंकाने वाला’ बतायाI उन्होंने कहा कि मंत्री अब विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी का इस्तेमाल करने की ‘खुलेआम धमकी’ दे रहे हैं।
गोखले ने एक ट्वीट में कहा, “आज चौंकाने वाली बात यह है कि केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने संसद में विपक्ष को धमकी दी और कहा, ‘चुप रहो वरना ईडी आपके घर आ सकती है।’ भाजपा के मंत्री अब खुलेआम संसद में बोलने के लिए विपक्ष के खिलाफ ईडी का इस्तेमाल करने की धमकी दे रहे हैं। प्रतिशोध अब छिपा भी नहीं है”
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के एक नेता ने केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी को ‘शर्मनाक’ करार दिया। एनुगु भरत रेड्डी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने संसद में विपक्षी सांसदों को धमकी दी। भाजपा के मंत्री अब खुलेआम संसद में विपक्ष के खिलाफ ईडी का इस्तेमाल करने की धमकी दे रहे हैं। यह शर्मनाक है।”